मोदी जी के मन की बात जनता तो मान लेगी प्रथम पंक्ति के नेता भी मानें- बंसल

महावीर अग्रवाल 

मंदसौर ३ मई ;अभी तक;  देश के शीर्ष नेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात के सौ वे एपिसोड के प्रसारण पर सामाजिक कार्यकर्ता सेवा बैंक के संचालक सुनील बंसल ने एक वक्तव्य में कहा कि मोदी जी की मन की बात वह तो कह रहे हैं और भारतीय जनता पार्टी के प्रथम पंक्ति के जो नेता हैं वह उसका पूरा मटिया मेल कर रहे हैं। ना तो कार्यकर्ताओं से संवाद रख रहे हैं ना ही वह जनता से संवाद स्थापित कर पा रहे हैं। अगर प्रथम पंक्ति के नेता जनता और कार्यकर्ताओं के मन की बात सुन ले और उनकी समस्या का निराकरण या समाधान कर दें तो ही मोदी जी की बात सार्थक हो सकती है। कार्यकर्ता हो चाहे जनता हो अगर  बिना किसी भेदभाव भ्रष्टाचार के जो मोदी जी मन की बात आज कह रहे हैं वह आपके मन की बात सुनने को भी राजी हो जाएंगे। इसलिए मोदी जी की  नसीहत उनकी पार्टी की जो प्रथम पंक्ति के नेता हैं जो शायद कार के शीशे भी उतारना उचित नहीं समझते । श्री स्व पुरोहित जी, श्री चावला जी कार्यकर्ता से पुछते थे की दिनभर कार्यालय या मेरे यहां आते हो रोज काम क्या करते हो, पहले काम धन्धा करो और जिस दिन पार्टी का काम हो उस दिन भी पहले काम करो और समय पर आयोजनों में आओं और आज कल सुबह से रात  तक नेताओं के घर ,दिन भर नपा या कार्यालय में पड़े रहना कोई नहीं कहता कि तेरा घर कैसे चलता हे ऐ बात प्रथम पंक्ति को नेताओं कहना चाहिये।

                                 अगर कोई कार्य करता है जनता या कोई राजनीतिक दल का व्यक्ति उन्हें किसी बात को कहता है तो वह उसे अपनी बुराई मानते हैं जबकि कोई भी अगर किसी बात को कहता है निश्चित रूप से उसमें उन्हें इस बात का सत्यापन करना चाहिए एवं संबंधित व्यक्ति से चर्चा कर जो बात उसने कही है इस पर विचार विमर्श होना चाहिए।पर ऐसा नहीं होता नेता अपने समर्थकों  को उस व्यक्ति के पीछे लगाकर उसे बदनाम करने का प्रयास करते हैं। जो अपनी गलती है उस गलती को मंजूर करने के बजाय और अनेक गलतियां करते हैं। इसलिए मोदी जी को चाहिए निश्चित रूप से एक स्वस्थ राजनीति का वातावरण हर जगह निर्मित होना चाहिए उससे इस देश की तरक्की में जनता की राह में एक नया मील का पत्थर साबित होगा।