प्रदेश
राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री के काफिले का विरोध करने के मामले में पूर्व मंत्री साधो समर्थकों के साथ गिरफ्तार
आशुतोष पुरोहित
खरगोन 14 अप्रैल ;अभी तक; मध्य प्रदेश के राज्यपाल से मंगू भाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के काफिले के महेश्वर पहुंचने के पूर्व विरोध प्रदर्शन कर रही पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधो तथा उनके 103 अन्य समर्थकों को आज गिरफ्तार कर लिया गया।
खरगोन के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री ने बताया कि पूर्व मंत्री तथा महेश्वर से विधायक विजय लक्ष्मी साधो को उनके 103 अन्य समर्थकों के साथ दंड प्रक्रिया संहिता 151 के अंतर्गत गिरफ्तार कर लिया गया। न्यायालय ने उन्हें बाद में रिहा कर दिया।
उन्होंने बताया कि जेड प्लस सुरक्षा प्राप्त राज्यपाल श्री मंगू भाई पटेल तथा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान महेश्वर स्थित हेलीपैड से कार्यक्रम स्थल के लिए आने वाले थे। इसके पूर्व विजयलक्ष्मी साधो तथा उनके समर्थकों ने रास्ते में विरोध प्रदर्शन करना आरंभ कर दिया। उन्होंने बताया कि इस प्रदर्शन की पूर्व सूचना या अनुमति नहीं ली गई थी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री राज्यपाल से मुलाकात के लिए एक निर्धारित प्रक्रिया होती है उसके पालन नहीं होने पर कानून तथा व्यवस्था की स्थिति निर्मित हो रही थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि गिरफ्तारी के दौरान प्रतिरोध कर रही सुश्री साधो के साथ महिला पुलिस कर्मियों द्वारा किसी भी तरह का दुर्व्यवहार अथवा झूमा झटकी नहीं की गई।
उधर विजयलक्ष्मी साधो ने पत्रकारों से चर्चा में बताया कि वे अपने समर्थकों के साथ महेश्वर में स्वीकृत मेडिकल कॉलेज तथा क्षेत्र में 11 वर्षो में अन्य कई घोषणाओं के पूर्ण नहीं होने पर मुख्यमंत्री से मुलाकात कर इसका कारण जानना चाह रही थी। लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
उधर भारतीय जनता पार्टी के प्रादेशिक प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने एक वीडियो जारी कर विजयलक्ष्मी साधो के इस दावे को खारिज किया कि गिरफ्तारी के दौरान उनका गला दबाने की कोशिश की गई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस झूठ फैला रही है। वीडियो से स्पष्ट है कि पूर्व मंत्री हंसते-हंसते गाड़ी में बैठ रही है।
कांग्रेस तथा विजयलक्ष्मी साधो ने सोशल मीडिया के माध्यम से यह दावा किया कि गिरफ्तारी के दौरान दलित की बेटी व लाडली बहना का गला दबाने की कोशिश की गयी।