विश्वविद्यालय में दीक्षारंभ कार्यक्रम के द्वारा नव प्रवेषित विद्यार्थियों का स्वागत
महावीर अग्रवाल
मंदसौर एक जुलाई ;अभी तक; मंदसौर विश्वविद्यालय, मंदसौर के फार्मेसी कॉलेज के द्वारा सोमवार से तीन दिवसीय छात्र इंडक्शन कार्यक्रम दीक्षारंभ शुरू हुआ है, जिसके समन्वयक फार्मेसी कॉलेज के प्रोफेसर डॉ.एल.एन. पाटीदार हैं।
कार्यक्रम की शुरुआत में दीक्षारंभ में उपस्थित विद्यार्थियों व अतिथियों को संबोधित करते हुए फार्मेसी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ.रूपेश कुमार सोनी ने अपने स्वागत भाषण में मंदसौर विश्वविद्यालय के विजन और मिशन से छात्र/ छात्राओं को रूबरू कराया। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में मंदसौर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.वी.एस.एस. कुमार और विशिष्ट अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय के डीन ऑफ़ एकेडमिक्स डॉ.अरुनव दास उपस्थित रहे। दीक्षारंभ में उपस्थित छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए प्रो.वी.एस.एस.कुमार ने विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय में उपलब्ध संसाधनों व सुविधाओं का सुदपयोग करने और शिक्षण अध्ययन के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रेरित किया तथा विश्वविद्यालय में उपलब्ध अनुसंधान संबंधी सुविधाओं तथा उनकी कार्यप्रणाली से विद्यार्थियों को अवगत कराया। आगे उन्होंने इस दीक्षारंभ को एक नई शुरूआत बताया और कहा कि अवश्य ही यह आयोजन इस यात्रा में विद्यार्थियों के लिए सहयोगी साबित होगा।
दीक्षारंभ कार्यक्रम के दौरान विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित विश्वविद्यालय के डीन ऑफ़ एकेडमिक्स डॉ. अरुणव दास ने विश्वविद्यालय की विभिन्न अध्ययन पीठों, विभागों व पाठ्यक्रमों का ब्यौरा प्रस्तुत किया और कक्षा के दौरान विद्यार्थियों के 75 प्रतिशत उपस्थिति को जरुरी बताया। आगे उन्होंने विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध करवाई जा रही विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डाला और विश्वविद्यालय की प्रशासनिक व्यवस्था से विद्यार्थियों को रूबरू करवाया।
इस तीन दिवसीय दीक्षारंभ कार्यक्रम में विद्यार्थियों के बीच सामाजीकरण को बढ़ावा देना, शैक्षणिक जगत में हो रहे बदलाव से रूबरू कराना, अनुशासन और अनुभव के आयामों को समाहित करने, सभी विभागों और पाठ्क्रम का परिचय, प्रयोशालाएं, कार्यशालाएं, एवं डिजिटल संसाधनों का अवलोकन, पुस्तकालय भ्रमण, कैरियर परामर्श और प्लेसमेंट सेल का अवलोकन, प्रश्नोतरी सत्र, संवेदीकरण और जागरूकता कार्यक्रम-संवैधानिक मौलिक कर्तव्यों, कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) अधिनियम 2013, सूचना का अधिकार 2005, लोकसेवा गारंटी अधिनियम 2010, साइबर और बौद्धिक संपदा अधिकार आदि विषय सम्मिलित हैं।
नवप्रवेशित विद्यार्थियों को नए परिवेश में सहज महसूस कराने, उनमें संस्थान की विशिष्ट प्रकृति तथा संस्कृति को सिखाने, अन्य छात्रों और संकाय सदस्यों के साथ संबंध बनाने तथा उन्हें व्यापक उद्देश्य तथा स्वयं की खोज की भावना से परिचित कराने के उद्देश्य से दीक्षारंभ समारोह 2024 का आयोजन किया गया है।
इस कार्यक्रम में कॉलेज के नव प्रवेशित विद्यार्थियों के साथ ही संस्था प्रमुख, महत्वपूर्ण अधिकारी, प्रशासनिक कर्मचारी, संकाय मार्गदर्शक, एनसीसी, एनएसएस, चयनित पूर्व छात्र, वरिष्ठ छात्र, शिक्षक सहित अन्य की सक्रिय सहभागिता रहेगी।
कॉलेजों के तीन दिवसीय समारोह के अंतर्गत शारीरिक क्रियाकलाप, मार्गदर्शन, विभाग से परिचय, सुजनात्मक कला तथा संस्कृति, साहित्यिक क्रियाकलाप, विशिष्ट व्यक्तियों द्वारा व्याख्यान सहित अन्य गतिविधियाँ भी शामिल है। मार्गदर्शन सत्र के दौरान विद्यार्थियों से उनकी आकांक्षाएं, परिवार की आशाएं, मदद करने वाले लोगों के प्रति आभार, स्वयं के शरीर की मानवीय आवश्यकताएं, साथियों का दबाव समृद्धि एवं संबंध आदि विषयों पर चर्चा की जाएगी।