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श्री आर्यरक्षित सूरि जैन तीर्थ धाम की प्रतिष्ठा महोत्सव अंतर्गत भव्य वरघोड़ा व चल समारोह निकला
महावीर अग्रवाल
मंदसौर १४ दिसंबर ;अभी तक; आचार्य श्री अशोकसागरसूरिश्वरजी म.सा. व अन्य 4 जैन आचार्यो की पावन निश्र में गुरूवार को श्री आर्यरक्षितसूरि जैन तीर्थ धाम में स्थापित होने वाली जिन प्रतिमाओं की प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में विशाल चल समारोह (रथयात्रा) निकाला गया। चन्द्रपुरा मेन रोड़ पर नवनिर्मित 55 फीट की जिनालय में शुक्रवार को उवसग्गहरं पार्श्वनाथ व प.पू. युग प्रधान आचार्य श्री आर्यरक्षित सूरिराज की गुरूमूर्ति की भव्यापतिभव्य प्रतिष्ठा महोत्सव के अंतर्गत तीर्थ उद्घाटन व अंजनशलाका की प्रतिष्ठा होगी।
प्रतिष्ठा के एक दिवस पूर्व गुरूवार को आचार्य श्री अशोकसागरसूरिश्वरजी म.सा., आचार्य श्री सोम्यचन्द्रजी म.सा., आचार्य श्री विवेकचन्द्रसागरजी म.सा., आचार्य श्री चन्द्रसागरजी म.सा., आचार्य श्री प्रसन्नचन्द्रसागरजी म.सा. व मुनिराज श्री धैर्यचन्द्रसागरजी म.सा. व कई जैन साध्वियों की पावन निश्रा में प्रभु पार्श्वनाथजी के दीक्षा कल्याणक की रथयात्रा (भव्य वरघोड़ा) जुलूस निकाला गया। बड़ी संख्या में जैन श्रावक श्राविकाओं की गरिमामय उपस्थिति में श्री गोपालकृष्ण गौशाला से चल समारोह से यह चल समारोह प्रारंभ हुआ। इस चल समारोह में 21 ढोल, 12 गोधरा गुजरात से आये विशेष ढोल, 8 घोड़े, 2 हाथी, 2 ऊंट एवं एक बैलगाड़ी का रथ भी शामिल हुए। मंदसौर नगर में लम्बे समय बाद जैन समाज का इतना भव्य चल समारोह निका गया इसमें मंदसौर नगर ही नहीं अपितु महोत्सव में शामिल होने आये बाहर के धर्मालुजनों ने भी पूरे उत्साह से सहभागिता की।
चल समारोह के मार्ग में कई स्थानों पर युवाओं की टोली व महिलाओं ने नृत्य कर प्रतिष्ठा महामहोत्सव के प्रति अपनी प्रसन्नता की अभिव्यक्ति की। चल समारोह के मार्ग में धर्मालुजनों ने प्रभुजी के रथ की गहुली की तथ आचार्यश्री का चरण वंदन कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया। यह चल समारोह गोपालकृष्ण गौशाला से प्रारंभ हुआ और कालाखेत रोड़ नं. 3, सदर बाजार, मण्डी गेट, पशुपतिनाथ मंदिर मार्ग, जगतपुरा चौराहा, शिवना नई पुलिया होते हुए नवनिर्मित श्री आर्यरक्षितसूरि जैन तीर्थ धाम पहुंचा। इस चल समारोह में हाथी पर बैठने की बोली लेने वाले हिम्मत लोढ़ा ने अपनी मीना लोढ़ा के साथ बैठकर प्रभुजी की रथयात्रा में सहभागिता की। पूरे चल समारोह में गुजरात गोधरा से आये ढोल व उनकी ध्वनि आकर्षण का केन्द्र रही। मंदसौर नगर की विभिन्न जैन महिला मण्डलों ने अपने-अपने ड्रेस कोड (वेशभूषा) में शामिल होकर चल समारोह की शोभा बढ़ाई। चल समारोह के प्रारंभ में गौशाला परिसर में भवंरलाल पटवा परिवार की ओर से नवकारसी का आयोजन किया गया।
प्रातःकाल के स्वामीवात्सल्य को कराने का धर्मलाभ मोहनलालजी मुथा परिवार चेन्नई व सायंकाल के स्वामीवात्सल्य का धर्मलाभ श्री नानालालजी सुराणा परिवार दलौदा की ओर से राजेन्द्र सुराणा, सोहनलाल, निर्मलकुमार, विजय सुराणा व अभय सुराणा ने प्राप्त किया। कल चल समारोह के उपरांत मंदिरजी की प्रतिष्ठा में स्थापित जिन बिम्बों की प्रतिष्ठा हेतु बोलिया लगाई गई जिसमें भगवान आदिनाथ की प्रतिष्ठा की बोली मोहनबाई खुमानसिंह भंडारी परिवार ने ली। शिखरजी पर ध्वज चढ़ाने की बोली का लाभ शांतिलाल लोढ़ा परिवार की ओर से हिम्मत लोढ़ा व प्रदीप लोढ़ा ने लिया। इस मौके पर अन्य बोलिया भी लगाई गई जिसका लाभ भाग्यशाली परिवारों ने लिया।
ये धर्मालुजन हुए शामिल-
चल समारोह में सकल जैन समाज संयोजक सुरेन्द्र लोढ़ा, अध्यक्ष प्रदीप कीमती, पूर्व अध्यक्ष राजमल गर्ग अंकित, श्रीं आर्यरक्षित सूरि धाम जैन तीर्थ ट्रस्ट के अध्यक्ष शांतिलाल लोढ़ा (हिम्मत होम), उपाध्यक्ष मुकेश खमेसरा, सचिव दिलीप डांगी, सहसचिव दिलीप कुमार संघवी, कोषाध्यक्ष अनिल संघवी, ट्रस्टीगण लक्ष्मीलाल भण्डारी, नेमकुमार संघवी, हिम्मत डांगी, विरेन्द्र भण्डारी, समाजसेवी हिम्मत लोढ़ा, कपिल भण्डारी, शैलेन्द्र भण्डारी, अभिषेक खमेसरा, चेतन खमेसरा, धर्मेन्द्र खमेसरा, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अनिल कियावत, मूर्तिपूजक श्रीसंघ अध्यक्ष अरविन्द बोथरा, समाजसेवी राजेन्द्र खमेसरा, सुरेन्द्र डोसी, श्याम छाजेड़, दिलीप लोढ़ा, अनिल लोढ़ा, राजेन्द्र कोठारी, अरूण डोसी, कुशल डोसी, अशोक श्रीमाल, अनिल मुरड़िया, राजेन्द्र चण्डालिया, अभय नाहटा, सुशील बोथरा, विरेन्द्र कर्नावट, प्रदीप लोढ़ा, माणकलाल बाफना, अजीत नाहर, विजय डांगी, प्रियांश डांगी, अमित छिंगावत, सुशील जैन कच्छारा, संजय श्रीमाल, जयप्रकाश चोपड़ा, संजय दक, रमेश जैन डालर, विपिन संघवी, सुरेन्द्र भण्डारी, अजीत संघवी, सुनील दक अभिषेक ट्रेवल्स, सुनील तलेरा, छोटेलाल जैन, रखबचंद जैन किर्लोस्कर, मनीष जैन वीएमएस, अरूण जैन धमनारवाला, भरत संघवी, प्रदीप छाजेड, महेन्द्र मालपुरिया, सुशील संघवी सहित कई गणमान्य नागरिकगण शामिल हुए।