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श्री केशरिया आदिनाथ श्रीसंघ द्वारा चोधरी कॉलोनी में नवनिर्मित आगमोद्वारक आयम्बिल भवन एवं उपाश्रय का उद्घाटन कार्यक्रम आयोजित
महावीर अग्रवाल
मन्दसौर २ मई ;अभी तक; रविवार का चौधरी कॉलोनी में श्री केशरिया आदिनाथ श्रीसंघ के द्वारा लाभार्थी परिवारों के द्वारा निर्मित आगमोद्धारक आयम्बिल भवन एवं उपाश्रय का उद्घाटन किया गया। जिनशासन प्रभाविका प.पू. साध्वी श्री मोक्षज्योति श्रीजी का उद्घाटन किया गया। जिन शासक प्रभावित प.पू. साध्वी श्री मोक्षज्योति श्री जी म.सा., साध्वी श्री आदर्श ज्योति श्री जी म.सा., श्री आशय ज्योति श्री जी म.सा., श्री आर्य ज्योति श्री जी म.सा. की पावन प्रेरणा व उनकी निश्रा में आयोजित इस उद्घाटन समारोह में श्री केशरिया आदिनाथ श्री संघ से जुड़े श्रावक श्राविकाओं एवं नगर के गणमान्य नागरिकगण भी उपस्थित थे।
यह उल्लेखनीय है कि पिछले कई वर्षाें से रूपचांद आराधना के सामने चौधरी कॉलोनी में आयम्बिल भवन एवं उपाश्रय का निर्माण कार्य कराया जा रहा था जो की पूर्ण हुआ है और उसी भवन का उद्घाटन कार्यक्रम रविवार को आयोजित किया गया। इस भवन के प्रथम तल पर आयम्बिल शाला व भोजनशाला बनाई गई है तथा द्वितीय तल पर उपाश्रय का निर्माण किया गया है। इस दो मंजिला भवन के बनने से नई आबादी एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में आयम्बिल शाला की जो कमी थी वह पूर्ण हुइ है। उद्घाटन समारोह में श्रीमती मंजूबेन की ओर से विधिकारक वलजीभाई शाह एवं उनके परिवारजनों ने द्वार का फिता खोलकर भवन का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर श्री केशरिया आदिनाथ श्री संघ के अध्यक्ष श्री दिलीप डांगी, सचिव संदीप धींग, कोषाध्यक्ष छोटेलाल जैन, ट्रस्टीगण प्रमोद जैन (सीएमओ नारायणगढ़), सहसचिव पारस जैन, सुवासरा वाला, सुरेन्द्र जैन योगगुरू, रिखब जैन बिल्लोरिया, समाजसेवी सुरेश जैन, मनोज जैन, विमल जैन, अजीत नाहर, विमल जैन, सुरेश नाहटा, शांतिलाल डोसी, मनोहर जैन, पारस डोसी, अशोक कुमठ पिपलियामंद्यडी, मदनलाल चपरोत, अनिल डांगी, अभय पोखरना, विजय किलोस्कर, शांतिलाल लोढ़ा, शैलेन्द्र भण्डारी, रोहित संघवी, कपिल सुराणा, हिम्मत डांगी आदि कई धर्मालुजना उपस्थित थे।
साध्वी श्री मोक्षज्योति म.सा. ने कहा कि मनुष्य अपने जीवन में धर्म के कार्य पर धन खर्च करने की प्रवृत्ति रखे। धर्म में किया गया खर्च अगले भवन में भी सुख समृद्धि देता है। आपने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को धर्म साधना से जुड़ना चाहिये तथा अपने सामर्थ्य के अनुसार धर्म के कार्य पर धन खर्च करना चाहिये। छोटे से छोटा दान भी आपका जीवन बदल सकता है। कई ऐसे श्रावक है जो धर्म के उपकरण वैराकर धर्म लाते है। उनकी यह प्रवृत्ति धर्म संस्कृति को सुदृढ़ करती है।
साध्वी श्री आदर्श ज्योतिश्रीजी म.सा. ने कहा कि जो मनुष्य अच्छा कर्म करता है। वह सदैव याद रखा जाता है। सभी जीवों के प्रति मैत्रीभाव व समभाव का गुण रखे। यदि आप शत्रु के प्रति भी समभाव व मैत्रीभाव रखते है तो आप सही अर्थों में जैन कहलाने के योग्य है। आपने प्रभु महावीर के शासन स्थापना एवं केवल ज्ञान के वृतान्त का भी उल्लेख किया तथा सभी से अपने जीवन में श्रावक जीवन का पालन करने की प्रेरणा दी।
श्री संघ अध्यक्ष श्री दिलीप डंागी ने स्वागत उद्बोधन देते हुए कहा कि प.पू. साध्वी श्री मोक्षज्योति श्रीजी के आशीर्वाद से यह श्री संघ निरंतर प्रगति कर रहा है। साध्वीजी ने इस आयम्बिल भवन एवं उपाश्रय के निर्माण की कई श्रावक श्राविकाओं को प्रेरणा दी। उनकी प्रेरणा पाकर लाभार्थी परिवारों ने देव द्रव्य के लिये राशि खर्च की। आगामी समय में अष्टमी चतुदर्शी को निरंतर आयम्बिल हो तथा यहां नियमित भोजनशाला संचालित हो ऐसा श्रीसंघ का प्रयास है। कार्यक्रम में योग गुरू सुरेन्द्र जैन, प्रमोद जैन, सुरेश नाहटा ने भी अपने विचार रखे तथा साध्वी श्री मोक्ष ज्योतिश्रीजी के द्वारा इस भवन के लिये किये गये प्रयासांे का उल्लेख किया। कार्यक्रम में स्वागत गीत सपना जैन ने प्रस्तुत किया। संचालन प्रमोद जैन ने किया तथा आभार सचिव संदीप धींग ने माना।