सामाजिक कार्यकर्ता माधुरी बेन मिलने पहुंची तो उनके खिलाफ हुई नारेबाजी
मयंक शर्मा
खंडवा।खंडवा वन वृत के नेपानगर रैंज के दर्जनों ग्रामों में अवैध वन कटाई , अतिक्रमण व वन कििर्मयोव आदिवासियों में निंरतर संघर्ष को देखते हुये कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने एक दल भेजा है। यह दल बुधवार दोपहर नेपानगर पहुंचा। दल में सदस्य प्रताप ग्रेवाल, झूमा सोलंकी, बुरहानपुर जिला प्रभारी कैलाश कुंडल, यशवंत सिलावट आए हैं। विधायकों का दल यहां से नेपानगर क्षेत्र के जंगल में भ्रमण के लिए आया ा था, लेकिन सीवल, घाघरला, पलासुर सहित अन्य क्षेत्रों से काफी संख्या में ग्रामीण दल से मिलने रेस्ट हाउस ही पहुंच गए थे। दल में शामिल कांतिलाल भूरिया और सचिन यादव भी आने वाले थे, लेकिन वे किसी कारणवश नहीं आये।
इस दौरान जागृत आदिवासी संगठन की कार्यकर्ता माधुरी बेन भी कुछ आदिवासियों के साथ रेस्ट हाउस पहुंचें।प्रवीण काटकर, राजू दामू पाटिल सहित अन्य लोगों का यहां माधुरी बेन से विवाद हुआ। प्रवीण काटकर ने कहा उनका यहां क्या है। नेपानगर के मामले में वे क्यों हस्तक्षेप करते हो। हम नेपानगर शहर के लोग हैं और लंबे समय से यह लड़ाई लड़ रहे हैं।
वे विधायक दल से मिलना चाहती थीं। लेकिन नेपानगर के लोग माधुरी बेन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। लोगो ने कहा कि माधुरी बेन ने नेपानगर के लोगों पर जंगल काटने का आरोप लगाया है। जबकि हकीकत यह है कि काफी समय से नेपानगर के लोग जंगल बचाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। इस बात पर दोनों ओर से नारेबाजी होती रही। नेपानगर के लोग माधुरी बेन मुर्दाबाद के नारे लगाते रहे तो वहीं आदिवासी भी वन कटाई रोकने के नारे लगाते रहे। दूसरी ओर से माधुरी बेन ने देश का संविधान जिंदाबाद के नारे लगाए। वनाधिकार कानून लागू करो। दोनों ओर से काफी देर तक नारेबाजी होती ही रही। काफी संख्या में आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से ग्रामीण भी यहां पहुंच गए थे और वन कटाई को लेकर अपना पक्ष दल के सामने रखा।नेपानगर थाना प्रभारी एपी सिंह दोनों पक्षों को समझाईश देते रहे।
माधुरी बेन भी भड़कीं और काफी देर तक बहसबाजी हुई बाद में नगर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सोहन सैनी ने आश्वासन दिया कि दल से उनकी बात करा दी जाएगी।दोपहर बाद दल सदस्य बुरहानपुर के लिए रवाना हो गया जहां दल कलेक्टर, एसपी, डीएफओ से चर्चा करेगा।