प्रदेश
सामाजिक समरसता मंच का होली मिलन समारोह संपन्न
महावीर अग्रवाल
मंदसौर १७ मार्च ;अभी तक; सामाजिक समरसता मंच का होली मिलन समारोह शनिवार 16 मार्च को पंच कचेलिया तेली समाज धर्मशाला में संपन्न हुआ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ मिथिलेश जी नागर राष्ट्रीय संत भागवताचार्य, अध्यक्ष दशरथ सिंह झाला माननीय जिला संघचालक,कार्यक्रम के मुख्य वक्ता विक्रम सिंह जी मालवा प्रांत शारीरिक शिक्षा प्रमुख थे। कार्यक्रम संस्कृत पाठशाला के बटुको द्वारा मंत्रोचार के साथ अतिथियो द्वारा सर्वप्रथम मां भारती के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया गया तथा अतिथियो का परिचय लखन बेरागी द्वारा कराया गया तत्पश्चात अतिथि स्वागत प्रधुम शर्मा, अमरजीत सिंह चाँवला(टिटू भाई) गणेश वर्मा द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में दशरथ सिंह झाला ने प्रस्तावना रखते हुए कहा की होली ऐसा त्यौहार है जिसमे कोई भेद भाव नही रहता है सभी एक रंग में रंग जाते है सामाजिक समरसता मंच के माध्यम से समाज में समरसता लाने के लिए फाग यात्रा और होली मिलन समारोह किया जा रहा है हमारा भाव है की हम एक रहे हम एक रहेंगे तभी हम सुरक्षित रहेंगे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मिथिलेश नागर ने अपने उदबोधन में कहा की हम 2003 से होली मिलन समारोह कर रहे है अभी तक हम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे क्या इस का चिंतन करना होगा हम अलग अलग मतो को मानने वाले हो सकते है परंतु हमारा लक्ष्य एक होना चाइए की प्रत्येक हिन्दू संगठित हो अंतिम व्यक्ति को गले लगाना ही समरसता मंच का ध्येय है बड़े बड़े मंचो से जो बाते कही जाती है उन्हे समाज में उतरना होगा।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता विक्रम सिंह ने अपने वक्तव्य में कहा की आज हमे पांच संकल्प लेना होंगे पहला परिवार में समाज में समरसता लाना,परिवार को टूटने से बचाना,स्वदेशी को बढ़ावा देना,देश के प्रति कर्तव्य,पर्यावरण को बचाना। आज हमे हमारे परिवार में पहले समरसता लानी होगी अपनी जाति समाज में समरसता का भाव लाना होगा तब जाकर सभी समाज,प्रदेश,देश में समरसता आ सकती है अगर मंदिर बनने से राम राज्य आता तो पूरे देश में कई मंदिर है और बनवा देते रामराज्य के लिए राम को अपने अंदर आत्मसात करना होगा बहनों को भी सीता माता को अपने अंदर आत्मसात करना होगा आज समाज जातिगत युद्ध की और बड़ रहा है जो देश एव हिंदू समाज के लिए खरतनाक है।कई प्रदेशों में तो जातिगत लड़ाई शुरू भी हो चुकी है हमे इससे बचना है भगवान राम अपने भव्य मंदिर में विराजमान हो गए है इससे क्या अपराधो में कमी आई है क्या? यहां अधिकारों की बात तो होती है पर कर्तव्यो की कोई बात नही करता है हमने महापुरुषों के साथ साथ भगवान को भी बांट लिया है आगे चल के देश भी बटने वाला है क्यों की आज भी कई गांवों में शमशान भी जाति के आधार पर बने है जो चिंता का विषय है गांवों में अभी भी मंदिरों में कई लोगो को प्रवेश नही जो हिंदू समाज के लिए खतरा है आज परिवारों का विघटन हो रहा है टीवी सीरियल और वेब सीरीज परिवारों के विघटन का मुख्य कारण है आने वाले समय में कई रिश्ते समाप्त हो जायेंगे आने वाली पीढ़ी मामा,काका,मौसी,भुआ,जैसे रिश्तों से वंचित होने वाली है परिवार के संस्कार,संस्कृति वापस लानी होगी परिवार की ताकत को समझना होगा संस्कृति बचाना है तो परिवारों का विघटन रोकना होगा पर्यावरण बचाना भी हमारी नैतिक जिम्मेदारी है आप पेड़ नही लगा सकते पर पेड़ बचा तो सकते हो पोलीथीन मुक्त परिवार,समाज बनाना जरूरी है हमे व्यक्तिगत संकल्प लेना होगा। देश में बनी वस्तु का उपयोग करेंगे तो देश बचेगा आज दुनिया में हमारा सबसे बड़ा शत्रु चीन है वर्तमान में हमे शत्रु देश और मित्र देश को पहचानना होगा देश के प्रति हमारा क्या कर्तव्य है यह भी जानना जरूरी है सरकारी संपत्ति का नुकसान किसी भी कीमत पर नहीं होना चाइए विरोध करने का तरीका हमारा गलत है जो हम सरकारी संपत्ति का नुकसान करते है प्रत्येक व्यक्ति को अब अधिकारों की बजाय कर्तव्यो की बात करना होगी समाज देश के लिए जीना होगा कभी भी किसी को नीचा दिखाने के लिए कार्य नही करना चाइए क्युकी संघ ही समाज है और समाज ही संघ है। इस अवसर पर सभी समाज के प्रमुख,गणमान्य नागरिक,माताएं बहनें उपस्थित थी । कार्यक्रम में एकल गीत कन्हेयालाल देशमुख ने प्रस्तुत किया कार्यक्रम का संचालन अविजित ने किया आभार प्रतीक मारू ने माना। ऊक्त जानकारी सामाजिक समरसता मंच जिला संयोजक मानवेन्द्र सिंह ने दी।