सोयाबीन के कम भाव मिलने से नाराज जिले के किसानो ने मंडी खुलने पर मंडी के गेट पर ही तालाबंदी कर दी
मयंक शर्मा
खंडवा ३० सितम्बर ;अभी तक ; सोयाबीन के कम भाव मिलने से नाराज जिले के किसानेंा ने आज सोमवार मंडी खुलने पर मंडी के गेट पर ही तालाबंदी कर दी। किसानों का कहना था कि सोयाबीन के भाव कम हैं अतः इसे बढ़ाया जाना चाहिए । जब जिम्मेदारों से बात करने की कोशिश की तो कोई भी अधिकारी तैयार नहीं हुआ। ं किसानों का बढ़ता हंगामा देख मौके पर पुलिस भी पहुंची और किसानों को समझाइश देने की कोशिश की। हंगामें को लेकर किसान नेता सुभाष पटेल ने कहा कि अगर सरकार एमएसपी पर उनकी बात नहीं सुनती है तो वह रेल रोको आंदोलन कर रेल मार्ग को जाम कर देंगे।
पिछले कुछ दिनों से लगातार सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं। खंडवा मंडी में सोयाबीन के भाव 4500 रुपए के करीब है।सोमवार को जब मंडी खुली तो भाव 3200 रुपए तक लुढक गये। आकोशित किसानों ने मंडी के गेट पर ताले लगा दिए। सुभाष पटेल ने कहा कि सोयाबीन के भाव अन्य इलाके की मंडिया में चल रहे भााव अनुरूप 4892 रुपए दे और 1108 रुपए बोनस के रूप में दिया जाए। इस तरह से 6000 से ऊपर किसानों को अगर भाव मिलता है तो तो ही बात बनेगी नहीं तो आगे किसानों का एक बड़ा आंदोलन सरकार को देखने को मिलेगा।
भाजपा समर्थित किसान नेता सुभाष पटेल ने कहा कि अभी बात जो है बंद मुट्ठी में है और अगर मुट्ठी खुल गई तो फिर सरकार परेशान हो जाएगी। हमारी अभी यही मांग है कि सरकार जल्द से इस पर निर्णय ले और मंडियों में जो समर्थन मूल्य से नीचे माल बिक रहा है, वह नहीं बिके और समर्थन मूल्य से ऊपर किसानों को अपनी फसल का दाम दिया जाए।
मंडी सचिव ओपी खेड़े ने बताया किकिसान मंडी के गेट पर बैठ गए थे। उनकी मांग थी कि सोयाबीन के रेट उन्हें समर्थन मूल्य के हिसाब से मिले। मंडी सचिव ने कहा कि किसान भाइयों को समझाया है कि समर्थन मूल्य के पंजीयन का काम तेजी से चल रहा है। आप उसमें पंजीयन करवा ले। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि उपज में अभी नमी है, उसे सूखा ले ताकि उसका समर्थन मूल्य पर विक्रय किया जा सके। हर सीजन में करीब 6 लाख क्विंटल तक सोयाबीन मंडी में आती है।