स्थाई शिक्षक भर्ती 2018 अधर में लटकी, स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री ने कहा कि भर्ती खत्म
महावीर अग्रवाल
मंदसौर २२ जून ;अभी तक; उच्च एवं माध्यमिक स्थाई शिक्षक भर्ती पिछले 5 वर्षों से नाम मात्र के पदों पर पंचवर्षीय योजना के समान बड़े ही धीमी गति से चल रही है जिसको पदवृद्धि के साथ पूर्ण कराने की मांगों को लेकर
पिछले दिनों शिक्षक पात्रता परीक्षा के उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने भोपाल पहुंचकर स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री इंदरसिंह परमार से मुलाकात कर अगली काउंसलिंग कराने की मांग की जिसके जवाब में स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री ने पात्र अभ्यर्थियों से कहा कि 2018 की शिक्षक भर्ती पूर्ण हो चुकी है अब आप नई परीक्षा की तैयारी करें जिस पर मंदसौर निवासी शिक्षक पात्रता परीक्षा संघ के प्रदेश संयोजक श्यामलाल रविदास सहित अन्य अभ्यर्थियों ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि अभी 2018 की शिक्षक भर्ती के प्रथम एवं द्वितीय चरण से प्रत्येक विषय के हजारों पद रिक्त हैं जिन पर अगली काउंसलिंग जल्द होना चाहिए !
प्रमुख रूप से निम्न मांगों को लेकर मंदसौर सहित अन्य कई जिले के पात्र अभ्यर्थी स्कूल शिक्षा मंत्री से मिलने भोपाल पहुंचे हुए थे
1.माध्यमिक शिक्षक भर्ती के उपेक्षित विषयों जैसे हिंदी, उर्दू,विज्ञान,सामाजिक विज्ञान एवं संस्कृत आदि के 3000 -3000 हज़ार रिक्त पदों में वृद्धि की जाए।
2.उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती के हिंदी,उर्दू,संस्कृत, इतिहास,भूगोल,कृषि, समाजशास्त्र,बायोलॉजी एवं कॉमर्स,रसायन शास्त्र,आदि के पदों में सम्मानजनक वृद्धि की जाए।
3.माध्यमिक शिक्षक भर्ती के अंतर्गत सभी वर्गों के कुल शेष रहें 2,237 पदों पर चयन सूची जारी की जाए।
4.उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती के अंतर्गत सभी वर्गों के कुल शेष 6,530 पदों पर चयन सूची जारी की जाए।
5.अतिरिक्त सूची /प्रतीक्षा सूची एवं सत्यापित सूची के समस्त अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए जाएं।
6.आगामी चयन भर्ती प्रक्रिया से पहले 2018 की शिक्षक भर्ती को ही पद वृद्धि के साथ तृतीय काउंसलिंग करते हुए पूर्ण किया जाए।
संगठन संयोजक श्यामलाल रविदास नारी शक्ति संयोजक रामदेवी पटेल, पूजा वर्मा,लीलेंद्र मेहरा,अजय पाटीदार,अनिल,रामगोपाल घनश्याम अमराजा, रामेश्वर कुमावत,तूफान मेल सिंह, रोहित, वीरेंद्र पाटीदार व अन्य अभ्यर्थियों ने बतलाया कि वह निर्धारित आयु सीमा को पार कर रहे हैं ! अतः उनकी मांग है कि पदवृद्धि के साथ तृतीय काउंसलिंग करते हुए स्थाई शिक्षक भर्ती को पूर्ण किया जाए अन्यथा हम भाजपा परिवार के सदस्य होने के बावजूद भी आगामी विधानसभा में भाजपा पार्टी का विरोध करने के लिए मजबूर हो जाएंगे क्योंकि हम पिछले 3 वर्षों से पदवृद्धि के साथ भर्ती पूर्ण कराने की मांग कर रहे हैं परंतु अभी तक भाजपा सरकार ने हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया है ।