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1 अप्रैल को हुई अंधाधुंध फायरिंग की मजिस्ट्रेट जांच के लिए अधिकारी नियुक्त
आनंद ताम्रकार
बालाघाट १० अप्रैल ;अभी तक; 1 अप्रैल को लांजी थाना क्षेत्र के पितकोना-केरझिरी जंगल में पुलिस और नक्सल के बीच हुई मुठभेड़ की मजिस्ट्रेट जांच के लिए लांजी एसडीएम श्री प्रदीप कुमार कौरव को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है।
जांच अधिकारी ने बताया कि इस घटना के सम्बंध में जो भी व्यक्ति साक्ष्य प्रस्तुत करना चाहते है। वे एसडीएम कार्यालय समय में या जांच अधिकारी के समक्ष 23 अप्रैल तक उपस्थित होकर प्रस्तुत कर सकते है।
ज्ञात हो कि 1 अप्रैल को पितकोना-केरझिरी जंगल क्षेत्र में प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी संगठन के कान्हा-भोरमदेव व जीआरबी डिवीजन के सक्रिय सशस्त्र नक्सलियों द्वारा एक राय होकर घातक अवैध अग्नेय शस्त्रों से लेस होकर पुलिस बल को हताहत करने व हथियार लूटने के इरादे से पुलिस पार्टी पर अंधाधुंध फायरिंग कर हामला किया। पुलिस ने आत्म रक्षा में की फायरिंग में 38-40 वर्ष की वर्दीधारी सशस्त्र महिला माओवादी एक एके-47, रायफल के साथ 53 से 55 वर्षीय एक सशस्त्र पुरुष माओवादी एक 12 बोर रायफल के साथ मृत पाया गया। घटना स्थल पर मृत पाए गए।
महिला माओवादी की पहचान कान्हा-भोरमदेव डिवीजन की प्लाटून-02 की डिवीजन कमेटी सदस्य सजान्ति उर्फ क्रांति पति सुरेंदर निवासी ग्राम रेगाड़म थाना भेज्जी जिला सुकमा (छत्तीसगढ़) व मृतक पुरुष माओवादी की पहचान प्रथम दृष्टया मलाजखंड एरिया कमेटी सदस्य रघु उर्फ शेर सिंह उर्फ सोमजी पन्द्रे ददेकसा चौकी डाबरी थाना लांजी बालाघाट के रूप में हुई है।