वर्षो से छात्रावासो में जमें अधीक्षको के नही किये जा रहे स्थानान्तरण
दीपक शर्मा
पन्ना १० अगस्त ;अभी तक ; आदिम जाति कल्याण विभाग के छात्रावास में दस दस वर्ष से पदस्थ अधीक्षकों के स्थानान्तरण नही किये जा रहे है। जबकी शासन के नियमानुसार किसी भी कर्मचारी को तीन वर्ष से अधिक समय तक एक ही स्थान पर नही रखा जा सकता है, लेकिन पन्ना जिले मे शासन के नियम कानून की धज्जियां उड़ रही है। जिला मुख्यालय से लेकर क्षेत्र में संचालित छात्रावासो में अधीक्षक जमें हुए है तथा मनमाने ढंग से शासन के बजट को ठिकाने लगा रहे है। छात्रो की राशि में कटोती करके खूब पैसा कमा रहें है।
जिला मुख्यालय मे अनेक अधीक्षक लगातार जमें हुए है, इसके साथ ही अनेक अधीक्षक अपने ग्रह ग्राम में पदस्थ है। स्थानांतरण नीति की अवहेलना लगातार की जा रही है। आदिम जाति कल्याण विभाग में स्कूल शिक्षा विभाग के अनेक शिक्षक छात्रावास अधीक्षक बनें हुए है तथा दो दो छात्रावासो का प्रभार लेकर जमकर फर्जीवाडा़ कर रहें है। उन्हे आदिम जाति विभाग के संयोजक संरक्षण दिये हुए है। वहीं दूसरी ओर विगत वर्ष विभाग द्वारा विभाग के ही नवागत अधीक्षक पदस्थ किये गये थें। जिन्हे आश्रम शालाओं अटैच कर रखा है, जबकी नियमानुसार विभाग के शिक्षिको को ही अधीक्षक का प्रभार मिलना चाहीए तथा अतिथि शिक्षको के माध्यम से आश्रम शालाओ मे तथा छात्रावासो मे अध्यापक कार्य कराते हुए स्कूल शिक्षा विभाग के शिक्षको को विभाग मे वापिस भेजा जाना चाहीए। क्योकि स्कूल शिक्षा विभाग मे वैसे भी भारी कमी है। लेकिन सब गोल माल चल रहा है।
पन्ना जिले मे आदिम जाति कल्याण विभाग के 75 छात्रावास आश्रम संचालित हो रहें है। जो अधीक्षक कई वर्षो से जमें हुए है उनमें श्रीमती कृष्णा सोनी पन्ना, रविंद्र पाठक पन्ना, कुंवर बाई अजयगढ़, सुशीला प्रजापति मोहद्रा, दिनेश मिश्रा बराछ, ललिता शर्मा पन्ना, शिव प्रसाद अहिरवार शाहनगर, रुक्मणी प्रजापति हरदुआ खमरिया, इत्यादि अधीक्षक एक ही स्थान मे कई वर्षो से जमें हुए है। स्थानीय लोगो ने स्थानान्तरण कराये जाने की मांग की है।
इनका कहना हैः-
3 वर्ष से अधिक कई छात्रावास में अधीक्षक सेवाएं दे रहे हैं शासन की स्थानांतरण नीति आने पर इनका स्थानांतरण किया जाएगा।
आर के सतनामी जिला संयोजक, आदिम जाति कल्याण विभाग