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अजनाल नदी के उफान पर होने से नदी से सटे दर्जनों गांवों में बाढ़ के हालात

खंडवा । नर्मदा घाटी  के जिले के  ओंकारेश्वर डैम के गेट आधा-आधा मीटर तक खोल दिए जाएंगे।पुनासा एसडीएम चंदरसिंह सोलंकी ने यह संकेत देते हुये बताया कि ताकि अजनाल में बाढ़ के प्रभाव को कम किया जा सके। गेट खुलने के साथ ही लगातार आठ टरबाइन चलाकर बिजली भी बनाई जा रही है।
जिले के  पुनासा क्षेत्र में बीती रात तेज बरसात से अजनाल नदी के उफान पर होने से नदी से सटे दर्जनों गांवों में बाढ़ के हालात है। नदी का रौद्र रूप इस कदर रहा कि सनावद हाईवे डूब गया। गुर्जरखेड़ी, आवलियां, रिछफल, कालियाखेड़ी, नवलगांव में कई मकान ढह गए तो सैकड़ों की संख्या में मवेशी और वाहन बह गए। क्षेत्र की हजारों एकड़ जमीन में लगी कपास की फसल बह गई।उन्होने  कहा कि अजनाल नदी मे फिलहाल पानी का स्तर कम हो रहा है।

उन्होने कहा कि  रातोरात अचानक तेज बारिश हुई और सुबह होते-होते गांव के गांव टापू बन गए। गांव के बाहरी इलाकों में स्थित बस्तियां में पानी भर गया। हालात यह हुए कि कच्चे मकान गिर गए। कई मजदूरों परिवार की गृहस्थी का सामान बह गया। तेज बारिश से गांवों में लगे बिजली सप्लाई के ट्रांसफार्मर उखड़ गए तो अधिकांश खराब हो गए। हालात ऐसे है कि, पूरे क्षेत्र में बिजली व्यवस्था ठप हो चुकी है। ज्यादा नुकसान कृषि संसाधानों को हुआ है। खेत-खलियान में रखे ट्रैक्टर उलट-पलट गए।
एसडीएम चंदरसिंह सोलंकी नेबताया कि  राहत एवं बचाव कार्यों को देखते हुए पूरा राजस्व एवं पुलिस अमला गांवों का दौरा कर रहा है। अजनाल नदी किनारे के गांव व बस्तियों में नुकसान हुआ है। वे खुद अटूटखास गांव में है। उन्होने  कहा कि , ओंकारेश्वर डैम के गेट आधा-आधा मीटर तक खोल दिए जाएंगे। फिलहाल पानी का स्तर कम हो रहा है।

 


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