प्रदेश

समय से नहीं पंहुची एम्बूलेंस दो नवजात शिशुओ की मौत, तीन घंटे तडपती रहीं गर्भवती प्रसूता महिला

दीपक शर्मा

पन्ना ३० जुलाई ;अभी तक; जिले में स्वास्थ सेवाए लगातार चरमराई हुई है, समय पर ईलाज न मिलने के चलते आये दिन बिना मौत लोगो की जाने जा रही है। सरकार द्वारा लाख दावे किये जा रहे कि हमारा देश आंगे बढ़ रहा है, लोगो को सभी सुविधाए मिल रही है करोडो रूपये सुविधाए उपलब्ध कराने के नाम पर खर्च किये जा रहे है। लेकिन शासकीय सिस्टम उसी प्रकार से चल रहा है, सरकार द्वारा प्रत्येक जिले मे स्वास्थ केन्द्रो में मरीजो को तत्काल लाने ले जाने के लिए 108 एम्बलेंस वाहन उपलब्ध कराये गये है। लेकिन उसके बावजूद उक्त वाहनो की सेवाए लोगो को समय से नही मिल पा रही है, क्योकि सेवा का संचालन करने वाले लगातार लापरवाह एवं बेईमान बनें हुए है।

इसी प्रकार का मामला जिले के शाहनगर विकाशखंड अन्तर्गत उपस्वास्थ केन्द्र रैपुरा के ग्राम बिलपुरा का प्रकाश मे आया है। जहां पर स्वंय प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र खुला हुआ है, लेकिन उपस्वास्थ केन्द्र मे डॉक्टर एवं स्वास्थ कर्मी पदस्थ होने के बावजूद अक्सर नदारत रहते है। जिसका खामियाजा आमजनता को भुगतना पड़ रहा है। इसी लापरवाही का मामला प्रकाश मे आया है, बिलखुरा ग्राम निवासी प्रभा देवी सेन पति रामसंजीवन सेन उम्र 29 वर्ष गत दिनांक 29 जुलाई 2024 को शाम के प्रसव पीड़ा से चीख चिल्ला रही थी, घर के लोग 108 कॉल सेंटर पर लगातार फोन कर रहे थे। लेकिन काल सेन्टर से बताया जा रहा था कि वाहन आप को जल्द उपलब्ध हो जायेगा। लेकिन तीन घंटे बीत जाने के बावजूद 108 एम्बूलेंस संबंधित स्थान पर नहीं पंहुची जिसके कारण पीडित महिला को जमीन पर ही प्रसव पीड़ा हुई और उसने दो बच्चो को जन्म दिया चिकित्सा सुविधा उपलब्ध न होने के चलते दोनो जुड़वा बच्चो को कुछ ही समय बाद मृत्यु हो गई।

बताया जाता है कि 108 वाहन के ड्राईबर जो रैपुरा क्षेत्र में एम्बूलेंस चलाते है बिना किसी सूचना के अपने गांव भाग गये थें। जिसके कारण यह स्थिती निर्मित हुई। यह जारी जिम्मेवारी एम्बूलेंस प्रभारी की है, जिसको सतत मानीटिरिंग करनी चाहीए लेकिन आये दिन लापरवाही देखी जा रही है। स्थानीय लोगो ने संबंधित मामले मे दोषियों के खिलाफ अपराध कायम कर कार्यवाही करने की मांग की है।

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