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वृंदावन बांध की मरम्मत न होने के कारण बर्बाद हो रहा लाखा गेलन पानी, भ्रष्टाचार की भेंट चढ रही राशि

दीपक शर्मा

पन्ना ६ अगस्त ;अभी तक ; पन्ना जनपद पंचायत अन्तर्गत गढ़ीपड़रिया में जल संसाधन विभाग द्वारा वर्ष 2011 में लगभग 2 करोड़ की लागत से वृंदावन बांध का निर्माण कराया गया था। जिसमें भारी मात्रा में पानी एकत्रित होता है तथा इसी बांध से क्षेत्र के किसानो की सिचाई होती है। लेकिन विभाग की भ्रष्टाचारी तथा लापरवाही के चलते मरम्मत कार्य सही ढंग से न होने के कारण बांध का आधा पानी बह जाता है और उसका कोई उपयोग नही हो पाता है। जबकी प्रति वर्ष विभाग के अधिकारीयों द्वारा बांध का की मरम्मत कराने के नाम पर हर वर्ष लाखो की राशि खर्च की जाती है।

जानकारी के अनुसार 7 राजस्व ग्रामों के किसानों के खेतों को पानी देने के लिए इस डैम का निर्माण किया गया था, लेकिन वर्तमान में केवल 3 राजस्व ग्रामों, गढ़ीपड़रिया और रंजोरपुरा को पानी मिल पा रहा है। रानीपुरा, ककरहटी, मखरा, देवरिगढ़ी के किसानों के खेतों को पानी नहीं मिल रहा है। मरम्मत के अभाव में पूरा बांध जर्जर हो गया है, बेस्ट बियर के दोनों वॉल्व से पानी का भारी रिसाव हो रहा है। इसके अलावा 4 पॉइंट सीपेज बताए जा रहे हैं, लाइनिंग का काम अधूरा पड़ा है एवं लाइनिंग में काली मिट्टी के बजाय स्थानीय रेतीली मिट्टी उपयोग करने से नहर बार-बार टूट रही है। कुल मिलाकर पूरी नहर क्षतिग्रस्त हो चुकी है। जिससे मिट्टी से भरी बोरियां लगा कर काम चलाया जा रहा है।

ग्रामीणों के द्वारा विभागीय अधिकारियों को कई बार जानकारी देने के बावजूद सुधार नहीं करवाया गया, क्षेत्रीय किसानों के द्वारा कई बार क्षेत्रीय विधायक एवं सांसद से लिखित व मौखिक शिकायत की गई इसके बावजूद मनमानी और लापरवाही जारी है। बताया गया है कि साइड इंजीनियर एवं अन्य अधिकारियों के द्वारा मरम्मत के नाम पर कागजी खानापूर्ति कर लाखों की राशि का प्रत्येक वर्ष बंदरबांट कर लिया जाता है।

इनका कहना है-

बांध भरने के बाद बेस्ट वीयर से पानी बहने लगता है, मैंने यहां हाल ही में ज्वाइन किया है जानकारी लेकर बता पाऊंगा।
बृजेश खरे, साइड इंजीनियर

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