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एचडीएफसी बैंक शाखा में कार्यरत एक युवक एवं युवती द्वारा फर्ज़ी तरीके से खोले २२ खातों में ७७ करोड़ का ऑनलाइन ट्रांजेक्शन

आनंद ताम्रकार

बालाघाट 20 जून ;अभी तक; जिले के वारासिवनी अनुविभागीय मुख्यालय स्थित दीनदयाल चौक में एचडीएफसी बैंक शाखा में कार्यरत एक युवक एवं युवती के द्वारा क्षेत्र के लगभग 22 लोगों के नाम पर खाता खोला गया।  शून्य बैलेंस पर खोले गये खातों में लगभग 77 करोड़ रूपयों का ऑनलाइन ट्रांजेक्शन किया गया है।

                          इस बात की जानकारी लगते ही खातेदारों ने हड़कंप मच गई।  इस मामले से जुडी एक शिकायत के आधार पर मुबई स्थित भायखला पुलिस ने भादवि की धारा 420,419 आईटी एक्ट की धारा 66 सी, 66ई के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जांच के लिये वारासिवनी पहुंचकर कुछ युवकों को अभिरक्षा में लिया और वारासिवनी पुलिस थाने में पूछताछ की।

                            वहीं दिल्ली पुलिस की साइबर शाखा ने बुदबुदा ग्राम निवासी 5 युवकों को नोटिस भेजकर एचडीएफसी बैंक वारासिवनी शाखा में उनके खातों से करोड़ों रूपयेां का ऑनलाइन लेनदेन किए जाने के संबंध में जवाब तलब किया है। नोटिस मिलने से घबराये युवकों ने एचडीएफसी बैंक की वारासिवनी शाखा में पहुंचकर उनके खातों में किये गये लेनदेन की जानकारी मांगी तो बैंक स्टेटमेंट देखकर उनके होश उड गये।

                        पीड़ितों से प्राप्त जानकारी अनुसार प्रियांशु बंजारी 25 वर्षीय युवक सेल्स एजेंट के रूप में वारासिवनी शाखा में कार्यरत था उसके साथ कनक चौधरी नाम की कर्मी इस मामले से जुड़ी हुई है। इन दोनों ने अपने परिचितों को यह कहकर खाता खुलवाया की उनकी नौकरी स्थाई करने के लिये बैंक से टारगेट दिया गया है इस लिये वे खाता खोलना चाह रहे है। दोस्ती एवं परिचित होने के नाते पीड़ितों ने बैंक में खाता खोलने अपना आधार कार्ड, पैन कार्ड, परिचय पत्र,फोटो  एवं उनका मोबाइल नंबर दे दिये।

चुकी पीड़ित अपने गांव से रोजगार की तलाश मे हैदरबाद में नौकरी करने चले गये।  उन्होंने फोन से प्रियांशु बंजारी से खाता खोलने के संबंध में पूछताछ की गई तो उसके द्वारा बताया गया की कुछ कारणों से उनका खाता नहीं खुल सका जिस पर पीड़ितों ने कहा की उनके द्वारा दिये गये दस्तावेज उनके परिजनों को सौंप दें।

इसी बीच मुम्बई पुलिस के आने और दिल्ली पुलिस की साइबर सेल द्वारा उनके नाम से खोले गए खातों में किये गये करोड़ों रुपयों का लेनदेन किये जाने के संबंध में पूछताछ की गई और जवाब देने को कहा गया तब जाकर इस मामले का खुलासा हुआ है।
पीड़ितों ने इस संबंध में वारासिवनी पुलिस के अनुविभागीय अधिकारी श्री अरविंद श्रीवास्तव को लिखित शिकायत प्रस्तुत कर जांच कराने की मांग की जिस पर पुलिस द्वारा पिडितों के बयान दर्ज किये गये है।

सुनील कुमार पिता मोहनलाल झिलपे ग्राम मदनपूर निवासी ने 16 जून को थाना प्रभारी को एक लिखित शिकायत प्रस्तुत कर प्रियांशु बंजारी तथा कनक चौधरी के विरूद्ध धोखाधडी किये जाने की शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने शिकायत में यह अवगत कराया की उनके खाते में जिसे प्रियांशु बंजारी और कनक चौधरी ने खुलवाया था उसमें 1.5 करोड़ रुपये का लेनदेन किया गया है। इसके संबंध में शाखा प्रबंधक से पूछताछ की गई तो उन्होंने कहा की उनके खाते में करोड़ों रुपये का लेनदेन हुआ है जिसकी जांच की जा रही है।
सुनील कुमार जुते और चप्पल की दुकान लगाता है।

इस सबंध में वारासिवनी एचडीएफसी बैंक वारासिवनी के शाखा प्रबंधक गुलजार सोनी से जानकारी चाही गई तो उन्होने जानकारी देने से इंकार कर दिया।

यह जानकारी मिली है की इस क्षेत्र में शून्य बैंलेस पर खाता खोलने की आड़ में आनलाइन के माध्यम से करोडों रूपये के लेनदेन किये जाने की कारगुजारी पिछले कई अरसे से चल रही है तथा एक गिरोह द्वारा इसी अंजाम दिया जा रहा है। इस मामले की सरगना के तौर पर जिला मुख्यालय स्थित महिला का नाम लिया जा रहा है।

परिचित खाताधारकों के नाम से खाता खोलकर करोडों रूपये का आनलाइन लेनदेन किये जाने के मामले की सीबीआई द्वारा जांच की जाये तो बहुत बड़ा मामला प्रकाश में आयेगा। जिसमें बैंक कर्मी अधिकारी की संलिप्तता उजागर होगी।

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