प्रदेश

बिल्डर के 6 माह से लापता को लेकर  दो अधिकारी सहित 4 लोग फसें

मयंक शर्मा

खंडवा २८ फरवरी ;अभी तक; जिले के   जिला पंचायत के अतिरिक्त सीइओ व रमलाम के आबकारी अधिकारी सहित चार पर धोखाधड़ी करने का आरोप लगा है। चारों पर आरोप है कि इंदौर के बिल्डर से मकान बनवाने के बाद उसे रुपए नहीं दिए। 25 से 30 लाख रुपए के लेना बताया जा रहा है। इधर ठेकेदार करीब छह माह से लापता है। उसका भी तक पता नहीं चल सका।

जिले के देशंगाव चैकी प्रभारी श्री सांवले ने बताया कि लापजा होने के दो दिन बाद जसपाल ने अपने मोबाइल से सुसाइड नोट और वीडियों बनाकर परिजनों के मोबाइल पर भेजा था। इसमें उसने बोला था कि इन चारों ने उसके साथ धोखाधड़ी की। बंगला बनवा लिया लेकिन रुपए नहीं दिए। उस पर कर्ज हो गया है। इन लोगों से परेशान होकर वह आत्महत्या कर रहा है। इसके बाद से उसका मोबाइल बंद है। पुलिस को उसके मोबाइल की लोकेशन भोपाल, इटारसी, मुंबई में भी मिली थी। लेकिन कहीं भी उसका पता नहीं चला।

इंदौर के बिल्डर जसपाल की ससुराल खंडवा जिले के छैगांवमाखन थाना क्षेत्र के एक गांव की है। आरोपी ने वर्ष 2017 में मकान बनवाया था । पत्नी किरण ने बताया कि पति जसपाल इंदौर में बिल्डर हैं। उनसे खंडवा में पदस्थ रहे अतिरिक्त जिला पंचायत सीइओ मोहन वास्कले, उनके साडू अतिरिक्त आबकारी अधिकारी नानुराम वास्कले ने सिलिकॉन सिटी में बंगला बनवाया था। इसके साथ ही इन दोनों अधिकारियों के साथी धर्मेंद्र दिवाकर और प्रशांत सेंगर ने भी अपने बंगले बनवाए थे। लेकिन उन्हें रुपए नहीं दिए। बताया जाता है कि 25 से 30 लाख रुपए लेना था। आरोपी रुपए न देकर यह चारों उन्हें परेशान कर रहे थे।

इंदौर के अन्नपूर्णा थाने में हुई  असल कायमी को लेकर देश्गांव चैकी प्रभारी व एसआइ संतोष सावले ने बताया कि घटना इंदौर के अन्नपूर्णा थाना क्षेत्र की है। इसके चलते लापता बिल्डर की पत्नी की शिकायत पर जीरों पर कायमी की गई। असल कायमी के लिए डायरी अन्नपूर्णा थाने में भेजी गई थी। यहां आरोपी  जिला पंचायत अतिरिक्त सीइओ मोहन वास्कले, उनके साडू अतिरिक्त आबकारी अधिकारी नानुराम वास्कले, साथी धर्मेंद्र दिवाकर और प्रशांत सेंगर पर धोखाधड़ी करने की धारा 420 में केस दर्ज हुआ है।
श्री सांवले ने बताया कि इंदौर के अन्नपूर्णा थाना क्षेत्र के चाणक्यपुरी निवासी फरियादी ने दर्ज शिकायत में कहा कि बिल्डर जसपाल पिता बदन सिंह गौड़  लापता है।

पत्नी का कहना है कि सितंबर 2023 में पति ससुराल आए थे। तब उन्हें जिला पंचायत के अतिरिक्त सीइओ मोहन वास्कले ने फोन कर रुपए लेने के लिए खंडवा जिला पंचायत कार्यालय बुलवाया था। इस दिन से ही पति लापता है। फरियादी ने पति के लापता होने की सूचना छैगांवमाखन थाने में देकर गुमशुदगी दर्ज करवाई थी। छह माह बाद भी पति का कहीं पता नहीं चल सका। अधिकारी व उनके साथियों को लेकर बिल्डर की पत्नी किरण ने खंडवा एसपी कार्यालय में शिकायत की थी। एसपी ने मामले की जांच देशगांव चैकी सौंपी थी।

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