चीतों के लिए चीतल नही गांधीसागर अभ्यारण् में छोड़ी जाय नीलगाय
महावीर अग्रवाल
मन्दसौर ७ अगस्त ;अभी तक ; ज्ञापन विधानसभा क्षेत्र में नीलगाय (रोजड़ों) की समस्या को लेकर दीया जिसमे बताया कि क्षेत्र में नीलगाय(रोजड़े) की समस्या गम्भीर बनी हुई है यह 50,60 के झुंड में आकर अन्नदाता किसानों की कड़ी मेहनत से तैयार कीगई फसलों को रौंद रहे है किसान इनके आतंक से काफी हद तक परेशान हो चुका है।
इनके सड़क या रास्ता पार करते समय नीलगाय(रोजड़ों) की टक्कर से कई वाहन चालकों की मृत्यु होगई ओर कई गम्भीर घायल भी होचुके है।सरकार मृतक के परिजनों को सिर्फ 4 लाख की मदद करके अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर लेती है,शासन मृतक के परिजनों को 25 लाख रुपये एवं घायलों को 10 लाख रुपये देना चाहिए जिससे वह अपना अच्छे से करवा सके।पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ जी की कांग्रेस की सरकार ने ऐतिहासिक निर्णय लिया था कि नीलगाय से फसलों की सुरक्षा के लिए खेत के चारो ओर तार फेंसिंग का आधा खर्च सरकार वहन करेगी भाजपा की मोहन सरकार को भी यह निर्णय करना चाहिए।
ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष शर्मा का सुझाव आया पसन्द।
मल्हारगढ़ ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शर्मा ने सुझाव दिया कि गांधीसागर अभ्यारण में शासन द्वारा चीते लाना प्रस्तावित है और इन चितो के भोजन के लिए वन्य प्राणियों में सबसे भोली चीतल को भी छोड़ना प्रस्तावित है इस पर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शर्मा ने सुझाव दिया कि चीते के भोजन के लिए चीते नही रोजड़ों को छोडाजाय इससे दो समस्याओं का एक साथ समाधान होगा कलेक्टर मेडम ने इस सुझाव पर आवश्यक कार्यवाही के लिए डीएफओ से चर्चा करने की भी बात कही।शर्मा ने नारायणगढ़ मंडलम अध्यक्ष कैलाश बंगारिया द्वारा भेजागया नीलगायों का बड़ी संख्या में फसल को रोधते हुवे वाला वीडियो भी कलेक्टर मेडम को दिखाया।शर्मा ने बताया कि इस गम्भीर समस्या को मन्दसौर विधायक विपिन जी जैन ने विधानसभा में भी उठाया है।