कार्बन उत्सर्जन घटाने के लिये चुटका परमाणु बिजली संयंत्र शुरू करें

आनंद ताम्रकार

बालाघाट २४ अगस्त ;अभी तक; प्रदेश में वर्ष 2030 तक कार्बन उत्सर्जन 45 प्रतिशत घटाने हेतु चुटका परमाणु बिजली संयंत्र शीध्र शुरू होना चाहिये। प्रदेश के 90 प्रतिशत थर्मल पवार प्लांट से निरंतर कार्बन उत्सर्जन हो रहा है।

                        इन तथ्यों से माननीय राज्यपाल महोदय को अवगत कराते हुये प्रदेश के नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच के अध्यक्ष डाक्टर पीजी नाजपांडे ने पत्र लिखकर निवेदन किया है। उन्होने पत्र में उल्लेख किया है की भारतीय सविंधान के 5वे शेडुल्ड में मंडला जिला शामिल है जिसके तहत राज्यपाल महोदय को निर्देश देने का अधिकार है। उन्होने यह भी अवगत कराया की विस्तापितों की शिफिटंग नही होने से इस परमाणु बिजली संयंत्र के निर्माण कार्य में बाधा आ रही है।

                           वास्तविकता यह है की इस प्लांट के निर्माण हेतु चिन्हित 4 गांव के 330 परिवारों के अन्यत्र बताया जाना है। जो वर्ष 2021-22 से नही हो पा रहा है जबकी उनके लिये 30 हेक्टर भूमि में 330 आवास बनाये जा चुके है।
पत्र में श्री नाजपांडे ने यह भी उल्लेख किया है की सेट्रल इलेक्ट्रिसीटी एथोरिटी ने अप्रेल 2023 के रिपोर्ट में कहा है की प्रदेश के 95 प्रतिशत परमाणु बिजली संयंत्रों से सल्फरडायआकस्याइड का उत्सर्जन हो रहा है मात्र 5 प्रतिशत प्लांट में फलू गैस डी सल्फाराझेशन सिस्टम एफ जी डी लगाये गये है।

उन्होने माननीय राज्यपाल जी से निवेदन किया गया है की पर्यावरण को बचाने के लिये उनका संवैधानिक दायित्व है इस दिशा में वे उचित पहल करें।

रजत भार्गव अधिवक्ता वैदप्रकाश अधौलिया,अधिवक्ता प्रभात यादव ने भी पर्यावरण को बचाने के लिये चुटका परमाणु बिजली संयंत्र शीध्र चालू किये जाने की आवश्यकता प्रतिपादित की है।