धार्मिक स्थल की बाउंड्री तोड़े जाने व पेड़-पौधे उजाड़ने के विरोध में ज्ञापन
दीपक शर्मा
पन्ना ४ सितम्बर ;अभी तक ; नगर के बड़ा डाकघर बाईपास तिराहा के पास मां अन्नपूर्णा देवी धार्मिक स्थल की बाउंड्री तोड़कर कई ट्रॉली पत्थर ले जाने एवं सैकड़ों हरे-भरे पेड़ पौधे जेसीबी से उखाड़ कर नष्ट करने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। 3 सितंबर 2024 को कई साधु संतों एवं विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंप कर मामले की जांच करवा कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई है।
बताया गया है कि फूल सिंह त्यागी सामाजिक कार्यकर्ता एवं देवी मां का सेवक एवं साधक होने के साथ-साथ विश्व हिंदू परिषद का जिला धर्माचार्य है जो लगभग 32 वर्षों से धार्मिक स्थल में पूजा उपासना साधना एवं वृक्षों की देखरेख करता आ रहा है। नगर के गणमान्य जनप्रतिनिधियों, नागरिकों, अधिकारी कर्मचारी एवं समाजसेवियों की मदद से सैकड़ों पौधे लगाए गए हैं। धर्माचार्य के द्वारा कड़ी मेहनत से दूर दराज से पानी लाकर पौधों की सेवा की गई है। तत्कालीन कलेक्टर के द्वारा भी 200 पौधे सामाजिक वानिकी विभाग से प्रदान करवाए गए थे, साल 2005 में पूर्व कैबिनेट मंत्री कुसुम सिंह महदेले द्वारा जनसंपर्क निधि से आवास हेतु 5000 रुपए प्रदान किए गए थे लेकिन पन्ना तहसीलदार अखिलेश कुमार प्रजापति द्वारा झूठी जानकारी देकर शासन प्रशासन को भ्रमित करते हुए उक्त जमीन 2011 में न्यायालय विभाग को आवंटित होने की बात कहते हुए बाउंड्री क्षतिग्रस्त कर पेड़ पौधों को उजाड़ दिया गया है। जबकि 2011 में न्यायालय विभाग को आवंटित जमीन का 2019 में सीमांकन हो चुका है।
राजस्व न्याय और पुलिस विभाग की उपस्थिति में न्यायालय विभाग की जमीन चूना बल्ली लगाकर चिन्हित कर दी गई थी, जिससे फूल सिंह त्यागी का कोई लेना देना नहीं है। श्री त्यागी ने बताया कि एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा एक पेड़ मां के नाम महा अभियान के तहत पौधे लगवा कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया जा रहा है तो दूसरी ओर तहसीलदार के द्वारा द्वेष भावना के चलते सैंकड़ों हरे भरे पेड़ पौधों को उजाड़ दिया गया है। मामले की जांच करवा कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई है।