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श्री दिगम्बर जैन अभिनंदननाथ मंदिर के प्रथम स्थापना दिवस पर दो दिवसीय आयोजन प्रारंभ
महावीर अग्रवाल
मन्दसौर १५ जून ;अभी तक; श्री दिगम्बर जैन अभिनंदननाथ मंदिर अभिनंदन नगर के प्रथम स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रमों की श्रृंखला में शनिवार 15 जून को प्रातः 7.30 बजे मूलनायक भगवान श्री अभिनंदननाथ सहित समस्त प्रतिमाओं का अभिषेक व शांतिधारा की गई। तत्पश्चात नित्य पूजन के बाद आचार्य मानतुंगाचार्य विरचित प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ की स्तुति के भक्तामर महामंडल विधान की सामूहिक पूजन की गई।
डॉ चंदा भरत कोठारी ने बताया मण्डल विधान के 48 काव्यों के अर्ध्य श्रावक श्राविकाओं ने जिनेन्द्र प्रभु के समक्ष समर्पित किए। दीप प्रज्वलन सोहनलाल जैन खेरोट ने किया,महिलाओं ने मंगल कलश स्थापित किये। संगीतमय पूजन के दौरान श्रद्धालुओं ने भाव भक्ति के साथ नृत्य किए। इस दौरान मंदिर परिसर में बड़ी संख्या में धर्मालुजन उपस्थित थे।
डॉ. कोठारी ने बताया मूलनायक श्री अभिनंदननाथ भगवान की शांतिधारा का लाभ श्री भरत ऋषभ कोठारी को प्राप्त हुआ । श्री विमलचंद्र मच्छीरक्षक व डॉ. वीरेन्द्र गांधी आदि के द्वारा भी अन्य जिनबिम्बों की शांतिधारा करने का पूर्ण्याजन किया गया। स्थापना दिवस के अर्न्तगत बण्डी परिवार द्वारा मंदिर में भेंट की गई श्रीजी की पालकी का शुद्धिकरण भी किया गया। समाजजनों द्वारा मंत्रोच्चार के साथ पालकी शुद्ध की गई।
डॉ. कोठारी ने बताया मूलनायक श्री अभिनंदननाथ भगवान की शांतिधारा का लाभ श्री भरत ऋषभ कोठारी को प्राप्त हुआ । श्री विमलचंद्र मच्छीरक्षक व डॉ. वीरेन्द्र गांधी आदि के द्वारा भी अन्य जिनबिम्बों की शांतिधारा करने का पूर्ण्याजन किया गया। स्थापना दिवस के अर्न्तगत बण्डी परिवार द्वारा मंदिर में भेंट की गई श्रीजी की पालकी का शुद्धिकरण भी किया गया। समाजजनों द्वारा मंत्रोच्चार के साथ पालकी शुद्ध की गई।
आज 16 जून रविवार को प्रातः 7 बजे से नियमित अभिषेक पूजन, प्रातः 7.30 बजे शिखर शिलान्यास, प्रातः 8.30 बजे श्रीजी रथयात्रा के पश्चात प्रातः 10 बजे समाज के श्रेष्ठीजनों का बहुमान समारोह आयोजित किया जाएगा।
विधान पूजन व पालकी शुद्धिकरण की मंगल क्रियाएँ विधानाचार्य पंडित श्री अरविंद जैन द्वारा करवाई गई।