प्रदेश

श्री अभिनवमुनिजी म.सा. का 10वां  दीक्षा दिवस महोत्सव मनाया गया

महावीर अग्रवाल 

मन्दसौर १४ जुलाई ;अभी तक;  शुक्रवार केा शास्त्री कॉलोनी स्थित नवकार भवन में परमपुज्य जैन संत श्री अभिनवमुनिजी म.सा. का 10वां दीक्षा दिवस महोत्सव मनाया गया। परम पुज्य आचार्य श्री विजयराजजी म.सा. के आज्ञानुवर्ती शिष्य श्री अभिनवमुनिजी म.सा. वर्तमान में श्री पारमुनिजी म.सा. के साथ मंदसौर में चातुर्मास हेतु नवकार भवन में विराजित है, उनकी दिक्षा जयंती के उपलक्ष्य में लोकेन्द्र जैन गोटावाला परिवार के द्वारा शुक्रवार को धर्मसभा में विशिष्ट कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
                                   इस कार्यक्रम में स्थानकवास जैन समाज के धर्मालुजनों के साथ ही दशपुर योग संस्थान, साधुमार्गी जैन श्रावक संघ, ज्ञानगच्छ श्री संघ, दशपुर जागृति संगठन दशपुर लाफ्टर ग्रुप, श्रीमण संघ, गोटावाला परिवार, थम्बावाला परिवार सहित बड़ी संख्या में धर्मालुजनों ने सहभागिता की। श्री अभिनवमुनिजी की आज ही के दिन 10 दिन पूर्व बैंगलोर में आचार्यश्री विजयराजजी की पावन निश्रा में दीक्षा हुई थी। उसी प्रसंग के निमित्त इस कार्यक्रम का आयोजन हुआ। प.पू. श्री पारसमुनिजी म.सा. ने कहा कि धन सम्पत्ति, यश, अपयश सभी अस्थायी है, इस बात को 10वर्ष पूर्व समझते हुए श्री अभिनवमुनिजी ने संयम जीवन ग्रहण किया। जो हम संसार में कमा रहे है वह साथ नहीं जायेगा फिर भी हम धन सम्पत्ति, मकान, दुकान आदि भौतिक साधनों के प्रति आसकत बने रहते है और अपना जीवन इसी में गुजार देते है। जो व्यक्ति इसकी सत्यता जान लेता है वह व्यक्ति अभिनवमुनि जैसा संयमी बन जाता है। मंदसौर के ही निवासी जिनका सांसारिक नाम अशोक जैन गोटावाला है उन्होंने संयम लेकर अपने जीवन को आत्म साधना के मार्ग की ओर प्रवृत्त किया। किसी को यदि घर छोड़ने को कहो तो उसे और उसके परिवार को पीड़ा होत है लेकिन अशोक ने अपना नाम सार्थक करते हुए मन में कोइ शोक रखे बिना संयम का मार्ग अपना लिया यदि जीवन को सुखी बनाना है तो चिंतन करे और धर्म साधना के मार्ग पर बढ़े।
श्री साधुमार्गी शांत क्रांति जैन श्रावक संघ अध्यक्ष विमल पामेचा ने कहा कि श्री अभिनवमुनिजी सांसरिक जीवन में रहते हुए हमारे श्रीसंघ के कर्तव्यनिष्ठ श्रावक रहे। वे मंदसौर में 2008 के आचार्य श्री विजयराजजी के चातुर्मास में संयम जीवन की ओर प्रवृत्त हुुए और वर्ष 2013 में उन्होनंे दिक्षा ली। अभिनवमुनिजी का पूरा सांसारिक जीवन परिवार धर्म के प्रति समर्पित रहा है। श्री संघ अभिनवमुनिजी के त्यागमय जीवन की खूब खूब अनुमोदना करता है।
श्री साधुमार्गी शांत क्रांति जैन श्रावक संघ के राष्ट्रीय महामंत्री विरेन्द्र जैन ने कहा कि श्री संघ का सौभाग्य है कि अभिनवमुनिजी की उपस्थिति में हम उनका 10वां दिक्षा दिवस मना रहे है वे 70 वर्ष की आयु में भी अपने से बड़े संतों की सेवा में लगे रहते है तथा आचार्य श्री के कृपा पात्र शिष्य है।
गुणानुवाद व धर्मसभा में श्री लोकेन्द्र जैन गोटावाला, डॉ. अंजली जैन, श्रीमती उषा किरण जैन, बोस्की जैन, श्रीमती मधु चौरड़िया, शरद धीग, बाबूलाल जैन नगरीवाला आदि ने भी अपने विचार रखे। गुणानुवाद सभा का संचालन अनिल डूंगरवाल एडवोकेट ने किया।

 

Related Articles

Back to top button