प्रदेश

जिले मे हुआ पन्द्रह करोड रूपये का गणवेश घोटाला, गरीब बच्चो को बांटे घटिया गणवेश

दीपक शर्मा

पन्ना ११ जून ;अभी तक; पन्ना जिले मे घोटाला तथा फर्जीवाडा लगातार चल रहें हैं भ्रष्टाचार चरमसीमा पर है जिले के अधिकारी तथा जनप्रतिनिधी गरीबो के निवाला से लेकर हर योजना मे भ्रष्टाचार एवं फर्जीवाडा करने मे नही चूक रहें है। शासन के द्वारा संचालित आम गरीबो, छात्रो सहित आम उपभोक्ताओं के लिए चलाई जा रही योजनाओं मे जमकर भ्रष्टाचार करके शासकीय राशि मे बंदर बाट करने मे नही चूक रहें है।

                               इसी प्रकार का मामला शिक्षा विभाग के अन्तर्गत सर्वशिक्षा अभीयान के तहत कक्षा 1 से लेकर कक्षा 8 तक के बच्चो को सरकार द्वारा निःशुल्क वितरित किये जा रहे गणवेश को लेकर आया है। जहां एक ओर जिले के छात्र छात्राओं को विगत वर्ष जुलाई में मिलने वाले गणवेश इस सत्र मे जून माह मे वितरित किये जा रहे है। वहीं दूसरी ओर क्षात्र छात्राओं को गणवेश घटिया एवं गुणवत्ताहीन गणवेश वितरित किये जा रहें है जिससे, छात्रो तथा अभीभावको मे जिम्मेवारो के प्रति आक्रोश व्याप्त है।

ज्ञात हो कि जिले मे 86 हजार छात्र छात्राओं को डेढ करोड से अधिक गणवेश वितरित किये जाने है। प्रत्येक छात्र को एक सत्र के लिए दो गणवेश दिये जाते है सरकार द्वारा गणवेश की कीमत 6 सौ रूपये निर्धारित की गई है। जो अच्टी क्वाल्टी की होनी चाहीए। पन्ना जिले मे जिला पंचायत को सरकार द्वारा पन्द्रह करोड की राशि गणवेश बनवा कर वितरण के लिए दी गई थी। उक्त राशि जिला पंचायत के माध्यम से अजीविका मिशन को दी गई। अजीविका मिशन द्वारा समूहो के माध्यम से गणवेश बनाकर वितरण किया जाना था। लेकिन सूत्रो द्वारा बताया गया है कि अधिकारीयों ने बाहर से घटिया कपडा खरीदकर स्व सहायता समूहो से घटिया किस्म की गणवेश तैयार कराकर वितरित कराये जा रहें है। जो मुश्किल से बाजार मे सौ से डेढ सौ रूपये मे आसानी से मिल सकते है। उक्त गणवेशो की सिलाई एवं क्वाल्टी बहुत ही घटिया है। घटिया गणवेश वितरण को लेकर विद्यालयों मे अभीभावको तथा छात्रो द्वारा विरोध भी किया जा रहा है।

इसी प्रकार का मामला गत दिवस बृजपुर माध्यमिक विद्यालय का सामने आया जहां पर गणवेश वितरण विद्यालय की शिक्षिकाओं द्वारा किये जा रहें थे उसका विरोध स्थानीय अभीभावको द्वारा किया गया तथा उन्होने जमकर आरोप लगाये की बच्चो को यह घटिया किस्म के गणवेश वितरित किये जा रहें है। शिक्षिका द्वारा बताया गया कि उक्त गणवेश महक स्व सहायता समूह, प्रगति स्व सहायता समूह, सरस्वती स्वसहायता समूह, दुर्गा स्व सहायता समूह द्वारा बनाकर उपलब्ध कराया गया है और कपडा जिला पंचायत द्वारा समूहो को दिया गया था। अनेक स्कूलो मे शिक्षको द्वारा उक्त गणवेश घटिया होने के चलते वितरण करने से भी मना कर दिया गया है।

इनका कहना हैः-

पवई, शाहनगर, गुनौर मे गणवेशो को वितरण हो गया है, अजयगढ तथा पन्ना मे चल रहा है, गणवेश बनाने तथा वितरण का कार्य जिला पंचायत अजीविका मिशन द्वारा किया जा रहा है, उक्त कार्य से हमारा कोई लेना देना नही है।
अरूण पान्डेय डीपीसी सर्व शिक्षा अभियान जिला पन्ना

हम लोगो को जिला पंचायत द्वारा गणवेश बनाने के लिए कपडा दिया गया था तथा साठ रूपये प्रति ड्रेस सिलाई दी गई थी, उसी के अनुसार हमने गणवेश सिली है।
कीर्ती स्मृति स्वःसहायता समूह बडगडी

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