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विश्व प्रसिद्ध गोटमार मेला (पत्थरों का खूनी खेल) कल 03 सितंबर को खेला जाएगा

 महेश चांडक
छिंदवाड़ा २ सितम्बर ;अभी तक ;   जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज सोनी ने बताया की  पांढुर्ना मैं कल विश्व प्रसिद्ध गोटमार मेला खेला जायेगा, जिसको लेकर जिले के कलेक्टर पुलिस अधीक्षक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने मेला स्थल का जायजा लिया है साथ ही स्वास्थ्य, पुलिस एवम अन्य व्यवस्था को लेकर निर्देश दिए गए है
            मेले को लेकर कलेक्टर एवम एसपी द्वारा समीक्षा बैठक ली गई है। बैठक मैं समिति के सदस्यों से सुझाव लिए गए जिला प्रशासन ने मेले को शान्ति पूर्ण तरीके से मनाने की अपील की गई है।  मेले मैं सीसीटीवी एवं ड्रोन कैमरे से नजर रखी जाएगी भारी संख्या मैं पुलिस बल, डॉक्टर की टीम तैनात रहेगी रस्सी मैं पत्थर को फसाकर तेज गति से फेंके जाने वाले गोफन, अस्त्र शस्त्र और बिक्री शराब पर प्रतिबंधित किया गया है
                           अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज सोनी ने बताया की वही इस वर्ष मेले में कुल 357 से अधिक पुलिस बल तैनात रहेगा जिसमे टी आई, एस डी ओ पी, आरक्षक,यातायात टीम रहेगी साथ ही मेले में छिंदवाड़ा, जबलपुर, सिवनी, कटनी, नरसिंहपुर पुलिस बल भी रहेगा, वही स्वास्थ्य विभाग मैं 4 स्वास्थ्य शिविर, 27 डॉक्टर एवम 10 स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहेंगे
                                 ज्ञात हो की पिछले बारह गोटमार मेले मैं लगभग 140 से अधिक लोग घायल हुए थे जिसमे 5 गंभीर हुए थे वही पिछले 18 वर्षो मैं 12 हजार से अधिक लोग हुए थे घायल, अभी तक 20 लोगो की मौत के आंकड़े सामने आए हैं
                           पूर्व में इस खूनी गोटमार के दौरान एक दूसरे पर पत्थर बरसाकर लहूलुहान करने के इस खेल को रोकने के लिए प्रशासन ने कई प्रयास किये पर अब तक हुए हर प्रयास असफल रहे है।  जिला प्रशासन द्वारा बीते सालो से हर बार गोटमार रोकने का भरसक प्रयास किए गए थे मानवधिकार आयोग तक भी बात पहुची थी गोटमार मेले की गतिविधि को रोकने प्रशासन सख्ती से मुस्तेद रहा लेकिन पर गोटमार मेले की परंपरा को रोकने के प्रयास असफल रहे है वही इस मेले को लेकर कई स्थानीय लोगो द्वारा इस खुनी खेल का विरोध भी किया जा रहा है
                             विश्व प्रसिद्ध गोटमार मेले की परंपरा निभाने के पीछे किवंदतियां और कहानिया जुडी है किवंदती के अनुसार पांढुर्ना के युवक और सावरगांव की युवती के बीच प्रेम संबंध था एक दिन प्रेमी युवक ने सांवरगांव पहुचकर युवती को भगाकर पांढुर्ना लाना चाहा जैसे ही दोनों जाम नदी के बीच पहुचे तो सांवरगांव के लोगो को खबर लगी प्रेमीयुगल को रोकने पत्थर बरसाए जिससे प्रेमीयुगल की मौत हो गई इस किवंदती को गोटमार मेला आयोजन से जोड़ा जाता है

 


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