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आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर आधारित दो दिवसीय कार्यशाला का हुआ शुभारंभ

महावीर अग्रवाल

मन्दसौर 4 जुलाई ;अभी तक; आपदा प्रबंध संस्थान भोपाल,गृह विभाग म.प्र.शासन के निर्देशन में एवं जिला प्रशासन मंदसौर एवं यूनिसेफ मध्यप्रदेश के समन्वय से जिला पंचायत सभाकक्ष में स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों हेतु आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर आधारित दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया गया ।

आपदा प्रबंध संस्थान भोपाल,गृह विभाग से डॉ. जॉर्ज व्ही.जोसेफ संयुक्त संचालक ने कहा कि आपदाओं के दौरान स्वयं सेवी संस्थाए जिला प्रशासन के साथ मिलकर समुदाय को आपदा की स्थिति में मदद पहुचाने का कार्य करती है । स्वयं सेवी संस्थाए ग्राम स्तर पर काम करती है और समुदाय के साथ सीधा संपर्क रहता है इसलिए आपदा के प्रभाव को कम करने के लिए स्वयं सेवी संस्थाए महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकती है यदि उनको शसक्त किया जाये । आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005,आपदा प्रबंधन नीति,2009, के साथ-साथ आपदा के पश्चात प्रभावितों पर पढनें वाले मनोसामाजिक प्रभाव आदि के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी ।
कार्यक्रम में अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री आर.पी.सिंह पवांर ने कहा कि स्वयं सेवी संस्थाए आपदा प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है इसलिए इस यह प्रशिक्षण मंदसौर जिले के लिए लाभकारी होगा ।
कार्यक्रम में जिला होमगार्ड कमान्डेंट श्री डी.आर.वर्मा ने कहा कि आपदाये कभी कहकर नहीं आती इसलिए सभी को आपदा के दौरान एवं पश्चात होने वाली स्थिति से निपटने के लिए खोज एवं बचाव तकनीक के बारे में जानकारी होना आवश्यक है इसके लिए कार्यक्रम के अगले दिवस मौकड्रिल के माध्यम से प्रशिक्षित किया जायेगा ।
श्री अभिषेक मिश्रा,तकनीकी विशेषज्ञ आपदा प्रबंध संस्थान भोपाल,गृह विभाग म.प्र.शासन ने भूकंप आपदा के बारे में बताया कि भूकंप को आने से नहीं रोका जा सकता परन्तु भूकंपरोधी भवन निर्माण बनाने,अपने पुराने भवनों में रेट्रोफिटिंग कर एवं बड़ी इमारतों में भवनों के अंदर सुरक्षित स्थानों की जानकारी होने से भूकंप आपदा हताहत होने से वचाव किया जा सकता है ।
कार्यक्रम में श्री रब्बी काजी एवं श्री संदीप भवंर प्लाटून कमांडर एवं उनकी टीम के साथ-साथ जिले में कार्यरत 75 स्वयं सेवी संगठन के प्रतिनिधियों ने सहभागिता की ।
इस प्रशिक्षण के अगले दिवस दिनांक 05 जुलाई, 2024 को खोज एवं बचाव तकनीक एवं उपकरणों का प्रदर्शन किया जायेगा साथ ही साथ, समुदाय आधारित आपदा प्रबंधन, आगजनी प्रबंधन, सी.पी.आर. एवं आकाशीय बिजली प्रबंधन के बारे में जानकारी प्रदान की जायेगी ।

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