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किसान उन्नत बीज और संतुलित उर्वरकों का करें उपयोग, किसान संगोष्ठी का हुआ आयोजन

मोहम्मद सईद

शहडोल, 4 जुलाई अभीतक। कम खेती में अधिक पैदावार लेने के लिए किसानों को कृषि की नई तकनीक सीखना होगा। किसान उन्नत बीज, खेती में कृषि यंत्र और उर्वरकों का संतुलित उपयोग कर खेती से अच्छी पैदावार ले सकते हैं। कमिश्नर शहडोल संभाग बीएस जामोद ने गुरुवार को शहडोल जिले के ग्राम चटहा में आयोजित कृषक प्रशिक्षण एवं खरीफ फसलों के बीज वितरण एवं किसान संगोष्ठी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ये बात कही।

कमिश्नर ने कहा कि कृषि की लागत को कम करने के लिए किसान आधुनिक कृषि यंत्रो का उपयोग करें सही समय पर फसलों की बुआई करें तथा दवाईयांे का छिड़काव भी समय पर करें। उन्होंने कहा कि किसानों को कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए तथा कृषि के अलावा अन्य अतिरिक्त आय अर्जित करने के लिए अपनी मानसिकता में बदलाव लाना होगा। खेती के अलावा किसानेां को उद्यानिक फसलों की ओर भी ध्यान देना होगा।

किसान संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कलेक्टर तरूण भटनागर ने कहा कि शहडोल जिले में पिछले वर्ष से इस वर्ष अच्छी बारिश हो रही है और फसलों की बुआई का का लक्ष्य भी ज्यादा है। उन्हांेने कहा कि किसान फसलों की बुआई समय पर करें। उन्होंने सुझाव दिया कि जहां पानी कम है ऐसे खेतों में धान की बुआई नहीं करते हुए किसान मोटे अनाज जैसे कोदो, कुटकी भी लगा सकते हैं। कलेक्टर ने किसानो को बताया कि शहडोल जिले मे कटक से सीआर 310 धान के बीज मंगाए गए हैं। किसान धान की इस किस्म का भी उपयोग कर सकते हैं।

कलेक्टर ने अरहर की पूषा-16 किस्म की जानकारी किसानो को देते हुए बताया कि शहडोल जिले के किसानेां के लिए यह बीज फायदेमंद साबित होगा, पूषा-16 अरहर की बीज कम समय में पकने वाली बीज है। इसे लगाकर किसान अरहर की अच्छी फसल ले सकते हैं। जिला पंचायत सदस्य महीलाल कोल ने कहा कि किसान खेती में पैदावार बढाने के लिए मिट्टी का परीक्षण भी कराएं और संतुलित खाद का भी उपयोग करें।

संयुक्त संचालक कृषि शहडोल संभाग जेएस पेन्द्राम ने कहा कि किसान खेती के साथ साथ पशुपालन, मत्स्यपालन, मुर्गीपालन भी करें इससे उनकी आय में वृद्धि होगीं। उन्होंने कहा कि निरंतर सोयाबीन की फसल लेने से जमीन की उर्वरकता में कमी आती है। उन्होंने किसानों को सुझाव दिया कि वह मक्के और ज्वार की खेती कर खेती की उर्वरकता बढा सकते हैं। किसान संगोष्ठी में सहायक संचालक मत्स्य राजेश श्रीवास्तव, पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिलीप प्रजापति, उपयंत्री कृषि अभियांत्रिकी रितेश पयासी एवं सहायक संचालक उद्यानिकी ने किसानों को शासन द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी विस्तार पूर्वक दी। इस मौके पर कमिश्न, कलेक्टर एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा किसानों को खरीफ सीजन में बोने वाली फसलों के बीजों के मिनी किट्स भी निःशुल्क प्रदाय किए गए।
कार्यक्रम में जनपद उपाध्यक्ष शक्ति सिंह, जनपद सदस्य विक्रम सिंह एसडीएम अरविंद शाह, उप संचालक कृषि आरपी झारिया, तहसीलदार श्रीमती दिव्या सिंह, मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती ममता मिश्रा एवं बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।

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