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अनेक रूपों में विराजीं मां दुर्गा:भक्तिमय हुआ भोपाल, एक हजार से ज्यादा छोटी-बड़ी झांकियां लगीं

नवरात्रि का पावन पर्व पूरे देश में बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। भोपाल में भी इस पर्व को लेकर भक्तों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। जगह-जगह दुर्गा पूजा के पंडाल लगाए गए हैं। इनमें माता की प्रतिमा स्थापित की गई है। झांकी पंडालों की संख्या दोगुनी हो गई है। शहर के हर इलाके में मां के जयकारों गूंज रहे हैं।

इस बार करीब 1300 से अधिक जगहों (छोटी बड़ी सभी जगहों पर) पर मां दुर्गा विराजी हैं। बता दें कि शास्त्रों की मान्यता है कि देवी इन नौ दिनों में पृथ्वी पर आकर अपने भक्तों को मनोवांछित फल देती हैं, इसलिए नवरात्रि माता भगवती की साधना का श्रेष्ठ समय होता है।

14 फीट ऊंची प्रतिमा
भोपाल के एमपी नगर जोन-2 चेतक कॉम्प्लेक्स में पिछले 13 वर्षों से दुर्गा पूजा का आयोजन किया जा रहा है। यहां इस बार माता की 14 फीट की प्रतिमा स्थापित की गई है। वहीं शहर के 1250 अर्जुन नगर में 36 सालों से माता की प्रतिमा स्थापित की जाती है। इस बार पंडाल को खास तौर पर तिरंगे की थीम पर सजाया गया है। लोगों में श्रद्धा के साथ ही देशभक्ति का रंग भी देखने को मिल रहा है। इसके अलावा पुराना माता मंदिर प्लैटिनम प्लाजा में मां की अद्भुत प्रतिमा लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। भक्तों में काफी खुशी और उत्साह है। पंडाल में भक्तों का जमावड़ा लगा है। भक्त एक दूसरे से मिलकर दुर्गा पूजा की बधाई दे रहे हैं। वहीं मां की दिव्य और अलौकिक प्रतिमा के आगे लोग हाथ जोड़कर अपनी मनोकामना पूर्ण होने की प्रार्थना कर रहे।

यह है मान्यता
पंडित अंगद त्रिपाठी ने बताया कि नवरात्रि पर्व को हिंदू धर्म में खास माना जाता है। नवरात्रि के नौ दिनों में दुर्गा के नौ स्वरूप की पूजा की जाती है। लाल वस्त्र, श्रीफल व सुहाग की सामग्री अर्पण करें। कमल गट्टे की माला से मंत्रों का जाप करें। संध्या काल में मां की मूर्ति अथवा चित्र के समक्ष शुद्ध घी का दीपक प्रज्जवलित कर सुख समृद्धि की कामना करें। मान्यता है कि मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आती हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, जब मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आती हैं, तो बेहद शुभ माना जाता है। हाथी पर सवार होकर मां दुर्गा अपने साथ ढेर सारी खुशियां और सुख-समृद्धि लेकर आती हैं।

 

 

 

 

 

 

 

 

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