बेटी को जन्म से ही हाथ और पैर मिलाकर 20 की बजाय 24 अंगुलियां थी, माँ ने खुद काट दी, बेटी की मौत, हुई सजा

मयंक शर्मा

खंडवा २ नवंबर ;अभी तक;   एक महिला को बेटी हुई। बेटी को जन्म से ही हाथ और पैर मिलाकर 20 की बजाय 24 अंगुलियां थी। यह बात मां को नागवार गुजर रही थी। मां ब्लेड लेकर खुद से बेटी की चार अतिरिक्त अंगुलियां काट दी जिससे उसकी मौत हो गई।

श्री आशीष की अतिरिक्त सत्र अदालत  तहसील हरसूद ने अपने आदेश में अब मंगलवार को दोषी मां को सजा सुनाई है।आदेश में कहा कि 23 साल की ताराबाई धारा 304 में दोषी है। उसे पांच साल की जेल और एक हजार रुपये अर्थदंड दिया। वहीं धारा 201 तृतीय खंड भादंवि के आरोप में एक साल का सश्रम कारावास और 500 रुपये अर्थदंड दिया है।

अभियोजन मीडिया सेल प्रभारी हरिप्रसाद बांके ने बताया कि इस मामले के बारे में जिसे भी पता चल रहा है वह दंग रह जा रहे है। लोगों की जुबान से एक ही बात निकल रही है आखिर एक मां अपने मासूम के लिए इतनी निर्दयी कैसे हो सकती है। उन्होने बताया कि घटना 22 दिसंबर 2018 की है। जिले के वनांचल के सुंदरदेव गांव में रहने वाले रामदेव के घर में सब कुछ सामान्य चल रहा था। उनकी पत्नी ताराबाई करीब नौ महीने के गर्भ से थी। दोपहर 11 बजे अचानक ताराबाई को लेबरपेन शुरू  परिजन लेकर अस्पताल पहुंचे। उसने कन्या को जन्म दिया। घर में बिटिया आने पर सभी लोग खुशियां मना रहे थे, लेकिन नवजात की मां ताराबाई बेहद नाखुश थी। क्योंकि नवजात को जन्म से ही दोनों हाथों और पैर में 6-6 अंगुलियां थीं। ताराबाई मन ही मन कुंठित हो रही थी। वह किसी भी तरह अपनी नवजात बिटिया को सामान्य बच्चों की तरह देखना चाहती थी।

इसी कुंठा में मां ताराबाई ने कुदरत की दी गई 4 अतिरिक्त अंगुलियों को काटने का फैसला लिया। बताया जाता है कि 24 दिसंबर 2018 यानी जन्म के दो दिन बाद ताराबाई ने हाथों में ब्लेड उठाया और अपने ही मासूम के हाथों और पैर की अतिरिक्त चार अंगुलियों को काट दिया। इस वजह से 24 दिसंबर 2018 को शाम चार बजे नवजात बच्ची की मौत हो गई। नवजात की मौत हो जाने पर मां ताराबाई ने घर के आंगन (बाड़े) में उसे दफन कर दिया।  मामला खालवा थाने पहुंचा, फिर वहां से कोर्ट।