प्रदेश
मुस्लिम समाज के उलेमाओं ने लिया अनूठा निर्णय, निकाह मे नही बजेगा डीजे
आशुतोष पुरोहित
खरगोन १९ जनवरी ;अभी तक; – मध्यप्रदेश के खरगोन शहर में मुस्लिम समाज के उलेमाओं ने अनूठा निर्णय लिया है। अब निकाह घर में हो या मैरिज गार्डन में डीजे नही बजाया जायेगा। ना ही निकाह में नाच-गाना होगा। अगर डीजे निकाह में बजाया तो कोई भी उलेमा निकाह नही करायेगा। बकायदा अब निर्णय के बाद तंजीम उलमा ए हुफ़्फ़ान कमेटी के जिम्मेदार उलेमाओं ने समाज से अमल करने की अपील भी की है। मध्यप्रदेश के सीएम डाॅ मोहन यादव सीएम बनते ही लाउड स्पीकर पर प्रतिबंध के निर्देश के बाद खरगोन शहर के उलेमाओं का यह अनूठा निर्णय सरकार और प्रशासन के समर्थन में भी माना जा रहा है।
स्थानीय रामेश्वर टाकीज स्थित मदरसा इस्लामिया कार्यालय में गुरूवार की शाम आयोजित बैठक में मुफ़्ती तारिक, मुफ़्ती सोएब, मुफ़्ती इरफान, मुफ़्ती मोइज की मौजूदगी में निर्णय हुआ है। निश्चित ही खरगोन शहर के उलेमाओं का निर्णय प्रदेश ही देश में मुस्लिम समाज के साथ अन्य समाजो के लिये भी प्रेरणदायी हो सकता है।
मध्य प्रदेश के खरगोन में मुस्लिम समाज के उलेमाओं के अनूठे निर्णय में सट्टा-जुआ खेलने और शराब पीने पर भी रोक भी लगाई है। गौरतलब है की डीजे बजाने पर शासन प्रशासन ने तो प्रतिबंध लगाए हैं लेकिन इस पर अमल नहीं हो पाता। शादियों में डीजे पर प्रतिबंध लगाने के लिए शहर के उलेमाओं ने एक बैठक रख अनूठा निर्णय लिया है।
खास बात यह है की तंजीम उलमा ए हुफ़्फ़ान कमेटी के जिम्मेदार उलेमाओं ने ये निर्णय लेकर समाज को इस पर अमल करने की भी अपील की है। यदि डीजे बजाया गया तो कोई भी उलेमा निकाह नहीं पढ़ाएगा। निकाह केवल मस्जिद में ही पढ़ाए जाएंगे, अन्य स्थान पर नहीं. साथ ही सामाजिक बुराई सट्टा जुआ खेलने और शराब जैसी लत पर रोक लगाने के लिए इसे हराम बताया गया और इस पर भी रोक लगाई गई है।
कमेटी सदर मोहम्मद मुहशब जिलानी ने बताया की समाज में होने वाली शादियों में इन दिनों भटकाव लगातार दिखाई दे रहा है। शरीयत ओर सुन्नत के हिसाब से शादी न करते हुए शादी समारोह के आयोजन में डीजे, बैंडबाजे, आतिशबाजी, नाच-गाने, जुआ खेलने और अन्य प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जो शरीयत के खिलाफ हैं। यदि ऐसे कार्यक्रम किए गए तो वहां मौलाना, हाफिज शादी में निकाह नहीं पढ़ाएंगे और ना ही उस शादी में किसी अन्य जगह के हाफिज मौलाना शामिल होंगे। इस दौरान समाज के लोगों से भी दरख्वास्त की गई जाएगी कि ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएं, नहीं तो समाज के लोग भी इस का बहिष्कार करें और शादी में शरीक न हों। महत्वपूर्ण बात यह है की अब निर्णय को अमल में लाने के लिए मोहल्ला कमेटी भी खरगोन शहर में बनाई जा रही है।