उद्यानिकी महाविद्यालय में औषधीय एवं सुगंध फसलों पर प्रशिक्षण संपन्न

महावीर अग्रवाल 

मंदसौर ७ मार्च ;अभी तक; अनुसूचित जाति उप योजना (एससीएसपी) के तहत 7 मार्च को उद्यानिकी महाविद्यालय में औषधीय एवं सगंध फसलों की उन्नत उत्पादन तकनीक पर कृषक प्रशिक्षण का दूसरा दिन संपन्न हुआ।
                                   मीडिया प्रभारी डॉक्टर अंकित पांडे ने बताया इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में राणाखेड़ा, दमदम, शाजुखेड़ा, राजाखेड़ी एवं माल्या खेरखेडा के कृषकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।कुलपति डॉ अरविंद कुमार शुक्ला के निर्देश अनुसार उद्यानिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ इंदर सिंह तोमर के मार्गदर्शन मैं कार्यक्रम के प्रारंभ में  महाविद्यालय के प्रभारी अधिष्ठाता एवं प्रधान वैज्ञानिक डॉ आर एस चुंडावत ने औषधीय एवं  सगंध फसलों के महत्व एवं उनके आर्थिक पक्ष के बारे में कृषकों से विस्तार से चर्चा की।
                                   डॉ के सी मीणा ने कृषकों को औषधीय एवं सुगंधित फसलों के उन्नत किस्म एवं संपूर्ण कृषि कार्य माला के बारे में विस्तार से जानकारी दी। श्री बालकृष्ण पाटीदार ने एकीकृत रोग प्रबंधन के बारे में किसानों को मार्गदर्शन दिया। डॉ रोशन गलानी ने औषधीय एवं सगंध फसलों के जैविक विधि से उत्पादन के तरीकों एवं महत्व के बारे में बताया। कार्यक्रम में जैविक विधि से औषधि फसल उत्पादन करने वाले कृषक के सफलता की कहानी को दर्शाने वाली फिल्म भी दिखाई गई। प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंत में अनुसूचित जाति के किसानों को जैविक केंचुआ खाद के साथ रासायनिक उर्वरक वितरित की गई। कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय के डॉक्टर प्रमोद फतेहपुरिया, श्री धर्मेंद्र पाटीदार, दिलीप पाटीदार की महत्वपूर्ण भूमिका रही। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉक्टर रोशन गलानी ने किया।