ग्राम पंचायत सिरी में हुए करोड़ो के भ्रष्टाचार की जांच ठंडे बस्ते में
दीपक शर्मा
पन्ना ३ सितम्बर ;अभी तक ; जिले में विभिन्न निर्माण कार्यो मे व्याप्क स्तर पर भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है। लोगो द्वारा संपूर्ण दस्तावेजो के साथ शिकायते की जाती है, जिसमेंं भ्रष्टाचार भी पूर्ण रूप से साबित हो जाता है। उसके बावजूद जांच के नाम पर केवल लीपा पोती करके भ्रष्टाचारीयो को क्लीन चिट दे दी जाती है तथा संबंधितो के खिलाफ कोई कार्यवाही नही होती है।
उदाहरण के तौर पर इसी प्रकार भ्रष्टाचार का मामला गुनौर जनपद पंचायत अन्तर्गत ग्राम पंचायत सिरी का प्रकाश मे आया है। जहां पर विभिन्न मदों से ग्राम पंचायत क्षेत्र में करोड़ो के निर्माण कार्यो के नाम पर राशि आहरित कर ली गई। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है। फर्जी बिल बाउचर लगाकर कार्यो को पूरा दिखा दिया गया। जबकी जमीन पर कार्य नजर नहीं आ रहें है।
उक्त मामले को लेकर स्थानीय ग्रामवासीयों ने लगभग दो महीना पूर्व जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को लिखित मे शिकायत की गई थी। जिस पर जांच भी कराई गई थी। लेकिन आज दिनांक तक उक्त जांच में दोषी पाये गये सरपंच, सचिव, उपयंत्री, रोजगार सहायक के खिलाफ आज दिनांक तक कोई कार्यवाही नही की गई है। दस लाख की राशि से सांसद निधी के द्वारा सीसी सड़क निर्माण कार्य कराया गया जो आज भी अधुरा है, मुख्यमंत्री ग्राम सड़क और संरचना और संरचना योजना के अन्तर्गत बीस लाख की लागत से सीसी सडक का निर्माण कार्य कराया गया। उसमें भी व्याप्क स्तर पर भारी भ्रष्टाचार किया गया।
इसी प्रकार चौदवां वित्त, अनुसूचित जनजानति विभाग के साथ सीसी सडक नाली निर्माण कराया गया। साथ ही आगंनवाडी भवन, सामुदायिक भवन के साथ ही मनरेगा योजना के तहत फसल सुरक्षा दीवार, खेल मैदान शांति धाम निर्माण सहित अन्य कार्यो में भी भारी भ्रष्टाचार किया गया है। लेकिन उसके बावजूद आज दिनांक तक दोषीयो के खिलाफ कोई कार्यवाही नही की गई है। सिर्फ सचिव को संबंधित ग्राम पंचायत से दूसरी ग्राम पंचायत भेज दिया गया है।
इनका कहना हैः-
मुझे मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत का प्रभार अभी कुछ दिन पूर्व मिला है, मामले की जांच पूर्व में की जा चुकी है, जांच समिति द्वारा क्या रिपोर्ट दी गई है, दिखवाकर बताउंगा।
धीरज चौधरी प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी नपद पंचायत गुनौर