प्रदेश
पटवारी दस हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा गया
देवेश शर्मा
मुरैना 20 जुलाई ;अभी तक; जिले के जौरा तहसील में पदस्थ ने एक पटवारी को शुक्रवार शाम 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त पुलिस ग्वालियर ने रंगे हाथों पकड़ा है। पटवारी जौरा में किसान से इंदिरा दृष्टि एवं नामांतरण का कार्य करने के बदले में रिश्वत मांग रहा था।
लोकायुक्त की नगर निरीक्षक रानी लता नामदेव ने जानकारी देते हुए बताया है कि जोरा तहसील के सियारू हल्के पर पदस्थ पटवारी सुजान सिंह की एक शिकायत लिखित रूप से किसान रघुवीर टैगोर जाटव ने की थी। उसने कहा था कि उक्त पटवारी मुझे नामांतरण एवं इंदिरा दृष्टि कार्य के लिए कई महीने से चक्कर लगवा रहा है तथा उससे 20 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा है।
किसान ने उनको बताया कि जैसे तैसे वह पटवारी 10 हजार रुपए में में मेरा काम करने के लिए तैयार हुआ है। लोकायुक्त द्वारा किसान के 10 हजार रुपयों पर केमिकल लगाकर उसको दे दिए गए। 19 जुलाई को दोपहर में किसान रघुवर जाटव ने जोरा तहसील जाकर पटवारी को केमिकल युक्त 10 हजार रुपए दे दिए। उन्होंने बताया कि रूपयों को लेकर पटवारी एक निजी वाहन से बैठकर जोरा से मुरैना के लिए रवाना हुआ। लोकायुक्त की टीम लगातार पटवारी के पीछे थी। टीम ने बिल गांव से आगे छैरा पहुंच कर जिस वाहन में पटवारी बैठा हुआ था उसको रुकवा कर उसकी तलाशी ली। तलाशी के दौरान केमिकल से लगे हुए 10 हजार रुपए उसकी जेब में निकले।लोकायुक्त की टीम ने मौके पर पंचनामा बनाया। लोकायुक्त की टीम आगामी कार्रवाई के लिए रिश्वत लेते हुए पकड़े गए पटवारी को जौरा थाने लेकर पहुंची। जोरा थाने में फरियादी रघुवर जाटव ने बताया कि मैं कई दिनों से अपने नामांतरण के कार्य के लिए पटवारी के चक्कर लगा रहा था। चक्कर लगाते लगाते परेशान हो गया था। पटवारी ने मुझे मेरे काम के लिए पहले 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी फिर वह 10 हजार रुपए में काम करने के लिए तैयार हो गया था।