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एफडीपी वाड़ी परियोजना में पौधारोपण सह किसान संगोष्ठी का सफल आयोजन

महावीर अग्रवाल 

मन्दसौर १८ अगस्त ;अभी तक ;   जिले के 50 गांवों में एचडीएफसी बैंक परिवर्तन एवं बाएफ लाइव्लीहुड्स के संयुक्त तत्वाधान में क्रियान्वित की जा रही एफडीपी वाडी विकास परियोजना के तहत ग्राम गोपालपुरा में पौधारोपण सह किसान संगोष्ठी का आयोजन उद्यानिकी महाविद्यालय के डीन, प्रोफेसर, केवीके के प्रमुख वैज्ञानिक, जिला एवं विकास खण्ड स्तरीय शासकीय अधिकारियों, एचडीएफसी बैंक शाखा मन्दसौर, सीतामऊ के समस्त स्टाफ तथा बाएफ लाइव्लीहुड्स के अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।एफपीडीपी वाडी परियोजना के तहत 1200 किसानों को अपनी एक एकड़ भूमि में संतरे एवं निम्बु की तकनीकी रुप से वाडियों की स्थापना की गयी है। सभी वाडियों के पौधों की आशातीत बढ़वार हो रही है, .
                            साथ ही अधिक मुल्य आधारित अन्तरवर्तीय फसलों से प्राप्त हो रही अतिरिक्त आमदनी से वाड़ी प्रतिभागी काफी प्रसन्न है। किसान संगोष्ठी कार्यक्रम दीप प्रज्वलन के साथ प्रारम्भ हुआ जिसमें कृषकों द्वारा वाडी परियोजना की लगायी गयी प्रदर्शनी का अवलोकन अधिकारियों को कराते हुए विस्तृत तकनीकी जानकारी देते हुए वाडी एवं अन्तरवर्तीय फसलों से उत्पादन लेने के तौर तरीकों को बताया। कार्यक्रम में सर्वप्रथम जे.एल.पाटीदार द्वारा अतिथियों का स्वागत करते हुए बाएफ लाइव्लीहुड्स एवं वाडी परियोजना की प्रगति के बारे में विस्तार से बताया, वाडी प्रतिभागी विनोद बैरागी ग्राम गुराडिया नरसिंह द्वारा वाड़ी परियोजना से जुडने के अनुभव के साथ अन्तरवर्तीय फसलों से हो रही आय एवं कृषि एवं उद्यानिकी क्षेत्र में हुई क्षमता वृद्धि की जानकारी सांझा की गयी, मृत्युंजय कुमार ने बताया कि एचडीएफसी बैंक अपने परिवर्तन पहल के तहत पांच विषयगत क्षेत्र जैसे प्राकृतिक संसाधन संरक्षण, कौशल विकास एवं आजीविका, शिक्षा विस्तारीकरण, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता, वित्तीय साक्षरता पर कार्य करती है। इसके अलावा समग्र ग्रामीण विकास कार्यक्रम के माध्यम से ग्रामों के सर्वांगीण विकास के कार्य किये जा रहे है। जिसके तहत यहां पर बाएफ के माध्यम से 1200 किसानों को सफलतापूर्वक वाडी की स्थापना की गयी है।
केवीके के प्रमुख वैज्ञानिक डा. जी.एस. चुण्डावत द्वारा उद्यानिकी फसलों के साथ अंतरवर्तीय फसलों में पौषक तत्व प्रबन्धन पर विस्तृत तकनीकी जानकारी दी गयी। उद्यानिकी महाविद्यालय के प्रोफेसर डा.नितिन सोनी द्वारा संतरे की वाडी में लगने वाले काली मस्सी आदि के प्रकोप, हानिकारक अवस्था एवं प्रभावी नियन्त्रण के बारे में तकनीकी जानकारी दी गयी। एचडीएफसी बैंक के प्रबन्धक विक्रम राणा तथा ललित शर्मा द्वारा बैंक की विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए बैंक से जुडने के नियम बताए। नाबार्ड के डीडीएम योगेश सैनी द्वारा वाड़ी परियोजना को उत्कृष्ट बताते हुए 1200 किसानों का एफपीओ बनाकर किसानों के उत्पाद को प्रस्संकरण ईकाई एवं मुल्यवर्धन कर अधिक से अधिक आय बढ़ायी जाने पर जोर दिया। ग्राम पंचायत गोपालपुरा के सरपंच प्रवीण सिंह चौहान द्वारा उनकी पंचायत में वाडी की स्थापना कर किसानों की सतत् आय वृद्धि सुनिश्चित किये जाने हेतु एचडीएफसी बैंक परिवर्तन एवं बाएफ को धन्यवााद ज्ञापित करते हुए सुझाव दिये गये कि किसान अपनी वाडी के समस्त उत्पाद क्षेत्र से होकर निकले मुम्बई-दिल्ली एक्प्रेसवे का उपयोग कर छः घण्टे में दिल्ली अथवा मुम्बई विक्रय कर बेहतर आमदनी प्राप्त कर सकता है। कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि डा. आई.एस. तोमर द्वारा वाडी की अनुकरणीय पहल को आगे बढ़ाने हेतु तकनीकी सहयोग के साथ प्रत्येक स्तर पर मार्गदर्शन देने हेतु वाडी किसानों को आश्वस्त किया गया। वृक्षारोपण सह किसान संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी के साथ-साथ एचडीएफसी बैंक के अधिकारियों को परिवर्तन पहल के तहत वाडी परियोजना का अवलोकन कराकर वृक्षारोपण करना रहा था।
                                     उक्त कार्यक्रम को सफल बनाने में 130 से अधिक महिला एवं पुरुष वाडी प्रतिभागी, अतिथियों के अलावा वाडी प्रतिभागी एनआरएलएम के जिला कार्यक्रम अधिकारी अनिल मरावी, एचडीएफसी बैंक के अविनाश गांधी, प्रवर मेहता, लोकेश गौर, संजय त्रिपाठी, हितेष जैन, बाएफ लाइव्लीहुड्स के टीम लीडर आर.जी.गुप्ता, वाडी रुट मैनेजर रविन्द्र पाटीदार, सुरेश मेवाडा, मंयक यादव, विजय धाकड आदि ने प्रतिभाग कर अपना योगदान दिया। कार्यक्रम का संचालन जे.एल.पाटीदार, सुरेश मेवाडा ने तथा आभार आर.जी.गुप्ता ने माना।

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