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श्री प्रेमप्रकाश आश्रम में चालीसा महोत्सव का समापन

महावीर अग्रवाल 

मन्दसौर १३ जुलाई ;अभी तक;  श्री प्रेमप्रकाश आश्रम में श्री प्रेमप्रकाश पंथ के आचार्य सद्गुरु स्वामी टेऊँरामजी महाराज का 138 वां जन्मोत्सव व चालीसा उत्सव का समापन खुशनुमा माहौल में गादीपति पंचम पिठाध्वेश्वर सद्गुरू भगतप्रकाश महाराज के यूट्यूब चैनल पर इंटरनेट के माध्यम से टीवी स्क्रीन पर सीधे प्रसारण में ‘‘पल्लव’’
आशवंदी गुर तो दरि आई, तुम बिन ठौर न काई ।
तू हरि दाता तूं हरि माता, मेरी आश पुजाई ।
पाई पल्लउ मैं पेर पियादी, आयसि हेत मंझाई।
तन मन धन अरदास करे मैं, मांगत नामु सनेही ।
नाम तुम्हारा साबुन करिसां, धोसां पाप सभेई ।
कहे टेऊँ गुर लोक तीन में, आवागमन मिटाईं ।
पाकर किया गया। तथा अपनी ओजस्वी अमृत मय वाणी में कहा कि जब धर्म परिवर्तन के लिए हिन्दू जाति को मजबूर किया जा रहा था तब अविभाजित हिंदुस्तान के पाकिस्तान के एक छोटे से कस्बे खंडू में आचार्य सतगुरु स्वामी टेऊँराम जी महाराज का जन्म माता कृष्णा देवी ने 40 दिवस की तपस्या के बाद जिस बालक को जन्म दिया उसका नाम सद्गुरु स्वामी टेऊँराम जी महाराज रखा जिन्होंने सनातन धर्म की रक्षा कि और , प्रेम प्रकाश पंथ की स्थापना कि जो आज भी आपकी प्रेरणा तपस्या एवं बतलाएंगे मार्ग पर चलकर सनातन धर्म का परचम फहराया जा रहा है।
                                 उक्त जानकारी श्री प्रेम प्रकाश सेवा मण्डली के अध्यक्ष पुरुषोत्तम शिवानी ने देते हुए बताया कि 151 परिवारों द्वारा स्थापित श्री प्रेम प्रकाश ग्रंथ के पाठों का सामूहिक भोग श्रीमती पुष्पा पमनानी ने प्रेम प्रकाश ग्रंथ के अंतिम अध्याय के शांति के दोहों के अंतिम दोहे सामूहिक वाचन किया।
अंतिम दोहाः-
‘‘साक्षी चेतन रम रहा, जल थल पुनि आकाश।
कह टेऊँ तिहुं जान के पाओ सुख अविनाश।।’’
सुबह अमृतवेला में जन्मोत्सव एवं 151 श्री प्रेम प्रकाश ग्रंथ के भोग के निमित्त पं. उमेश जोशी शास्त्री के सानिध्य में गुरू दरबार में हवन यज्ञ का अनुष्ठान किया, जिसे दिव्या-नारायण शिवानी, रेखा-हरीश उत्तवानी, निशा-भरत मनकानी, शनाया -रवि भावनानी ने जजमान के रूप में अनुष्ठान सम्पन्न किया। ब्राह्मण भोज एवं गुरु प्रसाद आम भंडारा सभी श्रद्धालुओं ने ग्रहण किया। हर्षोल्लास उमंग व सिंधी समाज के श्रद्धालु महिलाओं ने मंगल बधाई गीत पर धार्मिक नृत्य किया। भगवान स्वरूप छोटे-छोटे प्यारे बच्चों ने व्यासपीठ पर बैठकर 51 केक प्रसाद एवं 138 दीप प्रज्जवलित कर 138 वां जन्मोत्सव सम्पन्न किया। संगत का आभार प्रदर्शन एवं श्रीमती पुष्पा पमनानी एवं मेघराज कोठारी ने प्रकट किया।

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