रेलवे ट्रैक पर डेटोनेटर (पटाखे) रखने और उसके धमाके के मामले में आरपीएफ ने रेल्वे के गेंग मेन मोहम्मद साबिर को गिरफ्तार किया
मयंक शर्मा
खंडवा २४ सितम्बर ;अभी तक ; मध्य रेल्वे के दिल्ली मुबई ेरेल मार्ग के इटारसी भुसाावल रेलखंड पर यहां से 40 किमी दूर नेपानगर के समीप सागफटा स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर डेटोनेटर (पटाखे) रखने और उसके धमाके के मामले में आरपीएफ पुलिस ने रेल्वे के गेंग मेन मोहम्मद साबिर को गिरफ्तार किया है।
खंडवा आरपीएफ थाना प्रभारी संजीव कुमार ने बताया कि इस मामले अंडर सेक्शन 3 आरपीयूपी एक्ट 1966 एमेंडमेंट 2012 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसमें साबिर पिता शब्बीर जो कि गैंग नंबर 14 सागफटा का था, वह उस दिन ड्यूटी से अनुपस्थित था, और घटना वाले दिन ड्यूटी पर उपलब्ध नहीं था। यह रेल संपत्ति की चोरी का मामला है, और इसमें आरोपी ने रेल संपत्ति की चोरी की है। साथ ही 153 रेलवे एक्ट के तहत जानबूझकर रेल में सफर कर रहे किसी यात्री की सुरक्षा को खतरे में डालना से जुड़ा केस भी दर्ज हुआ है।
निमाड का यी अंचल प्रतिबंधित संगठन सिमी (स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट आफ इंडिया) का गढ़ व अन्य इस्लामिक आतंकी संगठनों की गतिविधियों का केंद्र रहा है। आरोपी शाबिर के इसी जिले का निवासी होने से एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं। बताया जाता है कि देशभर में रेलवे ट्रैक से छेड़छाड़ और ट्रेनों को डिरेल करने की कोशिशों के कारण रेलवे और सुरक्षा एजेंसियों ने इस मामले को अत्यंत गंभीरता से लिया है।
रेलकर्मी मोहम्मद शाबिर के विरुद्ध अपराध दर्ज किया है।रिमांड पर लेकर आरपीएफ अब रेलवे द्वारा यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि एक्सपायर डेटोनेटर 38 साल के शाबिर के पास कहां से पहुंचे और सेना की विशेष ट्रेन के नीचे इन्हें लगाने का उसका उद्देश्य क्या था। रेलवे के अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि गैंगमैन मोहम्मद साबिर से पूछताछ में घटना का सच सामने आ सकेगा। सुरक्षा एजेंसियां यह भी पता लगाने में जुटी हैं कि साबिर के संपर्क में कौन-कौन लोग थे।
गत 18 सितम्बर दोपहर में जम्मू कश्मीर से कर्नाटक जा रही सेना की विशेष ट्रेन को डिरेल करने का षड्यंत्र रचने की आशंका के चलते रेलवे व मामले को गंभीरता से लेनेेेेेेेे पर एटीएस व आरपीएफ जैसी जांच एजेंसियां रविवार से गहन पड़ताल में जुटी हैं। आशंका जताई जा रही है कि यदि ट्रैक पर रखे गए 10 डेटोनेटर की दूरी कम होती और सभी एक साथ रखे होते तो बड़ा हादसा हो सकता था। विशेष ट्रेन के नीचे विस्फोटक डेटोनेटर लगाए जाने और लगातार धमाके के बाद ड्ायवर के मेमो से मामला सामने आया था।
रेल्वे पुलिस ने पडताल में पूछताछ के लिये 3 लोगों का हिरासत मंें लिया जिसमे गेंगमेन साबिर को गिरफता कर उसके खिलाफ केस दर्ज किया। सोमवार को न्यायालय में पेश किया गया जहां से रेल्वे पुलिस रिमाड पर लेने पर सफल रहा रही है। साबिर को 25 सितंबर तक आरपीएफ को रिमांड पर सौंपा है।
क्षेत्रीश् सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने फिलहाल इसे आतंकवादी घटना मानने से इनकार करते हुए जांच रिपोर्ट का इंतजार करने की बात कही है। रविवार देर शाम इस मामले में रेलवे ने बयान जारी कर बताया था कि घटना में इस्तेमाल डेटोनेटर रेलवे के ही थे, लेकिन उनका इस्तेमाल क्यों और किसके द्वारा किया गया इसकी जांच की जा रही है।