प्रदेश
अर्न्तराष्ट्रीय रामस्नेही सम्प्रदाय के संस्थापक स्वामी श्री रामचरणजी महाराज की 304वीं जयंती मनी
महावीर अग्रवाल
मन्दसौर २४ फरवरी ;अभी तक; अर्न्त. रामस्नेही सम्प्रदाय के संस्थापक स्वामी श्री रामचरणजी महाराज की 304वीं जन्म जयंती श्री रामद्वारा निर्भय भवन में अर्न्त. संत स्वामी श्री रामनिवासजी महाराज के सानिध्य में तथा रामद्वारा की संचालिका ज्योतिषज्ञ दीदी लाड़कुंुवरजी के मार्गदर्शन में मनाई गई।
इस अवसर पर उपस्थित श्रद्धालुजनों को संबोधित करते हुए स्वामी श्री रामनिवासजी महाराज ने रामस्नेही सम्प्रदाय के संस्थापक स्वामी श्री रामचरणजी के जीवन वृतातन्त पर प्रकाश डाला एवं कहा कि उनके द्वारा स्थापित रामस्नेही सम्प्रदाय आज धर्म एवं पीड़ित मानवता की सेवा में न सिर्फ देश में बल्कि अर्न्तराष्ट्रीय क्षेत्र में सतत सक्रिय है।
इस अवसर पर सांसद श्री सुधीर गुप्ता, दीदी लाड़कुंवरजी, भगवानदास विजयवर्गीय, डॉ. दिनेश तिवारी, बंशीलाल टांक, पं. अशोक त्रिपाठी ने भी अपने विचार प्रकट किये।
संध्या वेला में गुरु महिमा का सामूहिक पाठ हुआ एवं महाआरती के पश्चात् प्रसाद वितरण किया गया।
इस अवसर पर सर्वश्री सूरजमल गर्ग (चाचाजी), प्रहलाद काबरा, जगदीश चौधरी, गौरव अग्रवाल, वरिष्ठ पत्रकार ब्रजेश जोशी, जनसारंगी के संपादक लोकेश पालीवाल, बंशीलाल टांक, ओम चौधरी, हंसमुखभाई पटेल अहमदाबाद, शंभूसेन राठौर, विनोद चौबे, सुभाष अग्रवाल, रजनीश पुरोहित, शुभम उपाध्याय, राजू मुंदड़ा, शुभम बैरागी, भगवानदास विजयवर्गीय, दाऊभाई विजयवर्गीय, मोहनलाल विजयवर्गीय, युधिष्ठिर हपावत कन्हैयालाल विजयवर्गीय सहित बड़ी संख्या में विजयवर्गीय समाज के पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित थे।
दिन में माता बहनों ने भजन संकीर्तन में भाग लिया जिसमें विद्या उपाध्याय, दाखाबाई, गंगादेवी अग्रवाल, विष्णुकुंवर मंडलोई, प्रीति शर्मा, रानू विजयवर्गीय, पूजा बैरागी, नीता चौबे, अनुपमा बैरागी, निर्मला भारती, टीना, रानी गुप्ता, नैनाकुंवर हपावत, मिथिलेश कुंवर अखावत, सुधा फरक्या, प्रेमलता आचार्य, लक्ष्मीबाई, वैशाली पुरोहित आदि बड़ी संख्या में उपस्थित थी। ज्योतिषज्ञ दीदी लाड़कुंवरजी सभी का आभार माना।
दिन में माता बहनों ने भजन संकीर्तन में भाग लिया जिसमें विद्या उपाध्याय, दाखाबाई, गंगादेवी अग्रवाल, विष्णुकुंवर मंडलोई, प्रीति शर्मा, रानू विजयवर्गीय, पूजा बैरागी, नीता चौबे, अनुपमा बैरागी, निर्मला भारती, टीना, रानी गुप्ता, नैनाकुंवर हपावत, मिथिलेश कुंवर अखावत, सुधा फरक्या, प्रेमलता आचार्य, लक्ष्मीबाई, वैशाली पुरोहित आदि बड़ी संख्या में उपस्थित थी। ज्योतिषज्ञ दीदी लाड़कुंवरजी सभी का आभार माना।