राशन डकार रहा सेल्समैन तीन माह से गरीबो को नही मिल रहा खाद्यान, जिम्मेवार मौन
दीपक शर्मा
पन्ना १६ फरवरी ;अभी तक; जिले मे सार्वजनिक वितरण व्यवस्था पूरी तरह से चौपट है। वितरण प्रणाली पर काबिज राशन माफिया गरीबों के हक का राशन डकार कर मालामाल हो रहे हैं। और जिम्मेदार आँख मूंदकर बैठे है।
सरकार भले ही हर गरीब को सरकारी सुविधाएं-संसाधन मुहैया कराने की योजनाएं बनाती रहे, सरकार गरीबों के लिए कितना भी मुफ्त राशन मुहैया करा दे लेकिन जब सेल्समैन का पेट भरेगा तब तो आगे जनता तक पहुंचेगा। इस भ्रष्ट तंत्र के मकड़जाल में उलझकर लक्ष्य से भटक जाना तमाम योजनाओं की नियति बन गई है। हर गरीब तक खाद्यान पहुंचाने के लिए सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना तैयार की है। मगर उसके बावजूद भी हितग्राही को उसका लाभ नहीं मिल रहा है।
ऐसा ही मामला पन्ना जिले के अमानगंज तहसील अन्तर्गत उचित मूल्य दुकान ग्राम घटारी करहिया का है, जहाँ ग्रामीणों को तीन महीने से राशन नहीं मिल रहा है। क्योकि सेल्स मैन द्वारा उनके हक का राशन डकारा जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि इस मामले में हमने पहले तहसीलदार और फिर एसडीएम गुनौर को शिकायत की थी तथा सीएम हैल्प लाईन मे भी 181 के माध्यम से शिकायत की गई थी। मगर उसके बावजूद भी सबंधित खाद्यान्न वितरक के खिलाफ कोई कार्यवाही नही हुई है। ग्राम घटारी करहीया के निवासी मंगल यादव ने बताया है कि जब भी खाद्यान्न लेने पहुंचते हैं सेल्समेन रामनरेश मिश्रा कह देते हैं कि अभी खाद्यान्न आया नहीं है या फिर वह कहते है कि खाद्यान लैप्स हो गया है। तथा पीओएस मशीन मे जबरन फिंगर भी लगवा लिए जाते हैं तथा झूठ बोलकर खाद्यान हडप कर दिया जाता है। ग्राम की वृद्ध महिला कस्तूरी कुशवाहा ने भी बताया कि मेरा राशन कार्ड अति गरीबी का है उसके बावजूद सेल्समेन मुझे खाद्यान नहीं दे रहा है।
इसी प्रकार एक और पात्र हितग्राही राशन कार्ड धारक रामपत रजक ने अपनी पीड़ा बया करते हुए कहा कि मुझे जुलाई माह से खाद्यान नही मिल रहा है। इस प्रकार की शिकायत उक्त उचित मूल्य दुकान के अन्तर्गत आने वाले अधिकांश हितग्राहीयो द्वारा की गई। आखिर जिले मे कलेक्टर से लेकर इतना बडा अमला किस लिए बैठा है जब आम गरीबो को खाद्यान तक नसीब नही हो रहा है, एक तरफ सुशासन की बाते की जा रही है, दूसरी तरफ आम गरीबो को खाद्यान उपलब्ध न होना सरकार की नाकामीयो को लगातार उजागर कर रहा है। सरकार द्वारा सिर्फ कागजो मे विकास बताया जा रहा है। जमीनी स्तर पर सारी योजनाए दम तोड रही है। जिले मे भ्रष्टाचार चरमसीमा पर है, आम गरीबो का कोई भी कार्य बिना पैसे के नही होता है।