प्रदेश

पन्ना जिलें में रेत माफिया का तांडव जारी, छतरपुर जिले की रायलटी देकर पन्ना मे किया जा रहा रेत का अवैध कारोबार

दीपक शर्मा

पन्ना ३१ अगस्त ;अभी तक ;  पन्ना जिले में रेत माफियाओं द्वारा लगातार अवैध रेत का कारोबार किया जा रहा है। उक्त कारोबार में प्रशासन, पुलिस, खनिज, बड़ें जनप्रतिनिधी, सत्ताधारी नेता शामिल बताये जा रहें है। जैसे ही वर्षात प्रारंभ हुई और नदी में जलस्तर बढ़ा वैसे ही रेत माफिया ने पन्ना जिले के अजयगढ़ के ग्रामीण क्षेत्रों में आकर बड़ी एलएनटी मशीनों के द्वारा किसानों एवं शासकीय गौचर भूमि में लगाकर अवैध रेत निकलना शुरू कर दिया जिसकी शिकायत ग्रामीणों द्वारा स्थानीय प्रशासन तथा जिला प्रशासन से लगातार की जा रही है। लेकिन प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नही की जा रही है।

कलेक्टर, एसडीएम तथा खनिज अधिकारी से पूंछे जाने पर वह अनभिज्ञता जता रहें है। रेत माफिया के ठिकाने पर कार्यवाही करने की हिम्मत नही की। आखिर जिला प्रशासन रेत माफियाओं के ठिकाने पर कार्यवाही क्यों नही कर रहा यह सवाल क्षेत्र की जनता लगातार कर रही है अगर हम बात स्थानीय तहसीलदार या अनुविभागीय अधिकारी अजयगढ़ की तो इन्हे अवैध खनन की पूर्ण जानकारी है यहां तक कि जिला प्रशासन को भी सम्पूर्ण जानकारी है फिर भी अवैध रेत खनन पर कार्यवाही नही हो रही है।

यूफोरिया माईन्स के नाम से रेत का कारोबार चल रहा है। पूर्व में मल्होत्रा कंपनी के नाम से चलता था। जिसके द्वारा शासन के द्वारा निर्धारित आधा राजस्व जमा नही किया गया था, उसने नाम बदलकर युफोरिया नाम से कारोबार प्रारंभ कर दिया है। गौरतलब है कि पूर्व में छतरपुर जिले की रेत खदानो पर काम किया जा रहा था। उसी की आड़ में बिना किसी अनुमति के पन्ना जिले की अजयगढ़ तहसील अनतर्गत विभिन्न रेत खदानो तथा निजी भूमियों से एक तरफा अवैध उत्खनन कराकर प्रतिदिन करोडो की रेत बेंची जा रही है तथा उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश के सतना, रीवा, छतरपुर सहित अन्य जिलो में भेजी जा रही है। यह कारोबार अनवरत जारी है। जबकी शासन को रायल्टी के रूप में भारी नुकसान हो रहा है।

उक्त मामला अनेको बार उठाया गया, लेकिन संबंधित ठेकेदार पर कोई कार्यवाही नही हो रही है। प्राकृतिक नदी, झरनो तथा अन्य प्राकृतिक धरोहरो को नष्ट किया जा रहा है साथ ही जीव जन्तुओं को भी नुकसान पंहुचाया जा रहा है।

ग्रामीणो के साथ साथ ब्लाक कांग्रेस कमेटी पन्ना के द्वारा भी ज्ञापन दिया गया है। जिसमें उक्त अवैध उत्खनन के संबंध में छह बिन्दुओं का ज्ञापन सौपा गया है। जिसमें उल्लेख किया गया है कि ग्राम पंचायत बरोली तथा रामनई में वर्ष 2019 निजी भूमि से रेत उत्खनन तथा परिवहन किया जा रहा है। अलग अलग फर्मो के नाम से ठेका लेकर मध्य प्रदेश शासन के राजस्व को व्याप्क स्तर पर नुकसान पंहुचाया जा रहा है। उक्त ग्रामो के ग्रामीणो द्वारा यूफोरिया माईन्स मिनरल के संबंध मे अवैध उत्खनन को लेकर ज्ञापन दिये गये तथा जिला प्रशासन को आवेदन दिये गये लेकिन कोई कार्यवाही नही की जा रही है। ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि गांव के आस पास भारी बड़े बडे गढ्ढे मशीनो द्वारा रेत निकालने को लेकर कर दिये गये है। जिसमे आये दिन पशुओं एवं जानवरो की मौत हो रही है तथा आम जन को भी खतरा उत्पन्न हो रहा है। स्थानीय लोगो ने युफोरिया माईन्स मिनरल संचालन करने वालो तथा अवैध रेत का कारोबार करने वालो के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है।

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