श्रावण मास के अंतिम सोमवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने लाभ लिया मनोकामना अभिषेक का

महावीर अग्रवाल 

 
मन्दसौर २८ अगस्त अभी  तक;  सावन मास के अंतिम  सोमवार को भगवान पशुपतिनाथ मनोकामनाभिषेक में श्री चैतन्य आश्रम मेनपुरिया के पूज्य संत श्री मणिमहेश चैतन्य जी ने रजत प्रतिमा का किया पूजन किया। मनोकामना अभिषेक में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर धर्मलाभ लिया। आज 29 अगस्त को मनोकामना अभिषेक का समापन होगा।
                            पूज्य संत श्री मणिमहेश चैतन्य जी ने अभिषेक मंच से आशीर्वचन देते हुए कहा कि भगवान शिव दानी व जल्दी प्रसन्न होने वाले देवता है इसीलिये इन्हें भगवान आशुतोष भी कहा गया है। रुद्राभिषेक यानि भगवान शिव का रुद्रष्टाध्यायी के मन्त्रों द्वारा अभिषेक करना, रुद्राभिषेक वैसे तो हम कभी भी करें फलदायी ही होता है लेकिन श्रावण मास भगवान शिव का प्रिय मास है इसीलिए श्रावण मास में रुद्राभिषेक का महत्व कई गुणा बढ़ जाता है । श्रावण मास भगवान शिव का अभिषेक करना विशेष फलदायी होता है। आपने कहा कि शिव पूजा सनातन धर्म में सबसे प्रभावशाली पूजा मानी जाती है जिसका फल हमें तुरन्त प्रभाव से मिलता है । शिवजी को प्रसन्न करने का सबसे सरल एवं श्रेष्ठ तरीका है अभिषेक करना भगवान शिव का अभिषेक करने से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होती है एवम सभी प्रकार के रोग दोषों का नाश होता है ।
                          रजत प्रतिमा पूजन पूज्य संत के साथ ही अंजू किशोर टांक, जय भवानी ग्रुप के अशोक अग्रवाल ने भी किया।