रात्री मे छात्राओं से शमशान के पास से पानी भरवाने के लिए किया जाता है मजबूर, छात्रावास अधीक्षिका की मनमानी
महावीर अग्रवाल
पन्ना १९ जून ;तक; ;अभी तक; केन्द्र तथा राज्य सरकार द्वारा दलित आदिवासी वर्ग की छात्र छात्राओं के लिए करोडो का बजट दिया जाता है तथा छात्रावासो का संचालन किया जाता है लेकिन उक्त राशि विभाग के अधिकारीयों तथा छात्रावास अधीक्षको द्वारा हडप ली जाती है तथा व्यवस्था के लिए दी जाने वाली राशि से छात्रावासो मे आवश्यक सुविधा भी उपलब्ध नही कराई जाती।
इसी प्रकार का मामला पन्ना जिला मुख्यालय इन्द्रपुरी कालोनी स्थित अनुसूचित जाति जनजाति महाविद्यालय छात्रावास का प्रकाश मे आया है। जहां पर छात्रावास मे रहने वाली छात्राओं से आधा किलोमीटर दूर शमसान घाट के पास स्थित हैन्डपंप से पानी भरने के लिए मजबूर किया जाता है। जबकी सभी छात्रावासो में चपरासी, चौकीदार, रसोईया, छात्रावास अधीक्षक का स्टाप कार्यरत है एवं छात्रावासो में पेयजल सहित अन्य व्यवस्थाए सरकार द्वारा सुनिश्चित की गई है। इस संबंध में जिले के अधिकारीयों को जिम्मेवारो पर तत्काल कार्यवाही की जानी चाहीए। छात्राआें ने बताया कि छात्रावास अधीक्षका हॉस्टल में नहीं रहती है पेयजल की समस्या है इस संबंध में अवगत कराने के बावजूद पेयजल की कोई व्यवस्था नही की गई है।
इनका कहना हैः-
पानी की पूरी व्यवस्था है, टंकीया भरी हुई थी, नगर पालिका का नल जिससे पीने का पानी आता है उक्त समय छात्राओं द्वारा पानी नही भरा था इस लिए वह पीने का पानी लेने के लिए हैन्डपंप गई थी।
आर.के. सतनामी जिला संयोजक आदिम जाती कल्याण विभाग पन्ना