प्रदेश

शराब बंदी को लेकर लोधी महासभा ने मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

दीपक शर्मा

पन्ना २३ सितम्बर ;अभी तक ;  मध्य प्रदेश में एक बार फिर बड़े स्तर पर शराबबंदी की मांग उठी है। लोधी लोधा लोध क्षत्रिय महासभा ने मुख्यमंत्री के नाम प्रदेश के सभी जिलों में ज्ञापन सौंपा है।

इसी क्रम में जिला मुख्यालय पन्ना में कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया है जिसे संयुक्त कलेक्टर कुशल सिंह गौतम के द्वारा प्राप्त किया गया। ज्ञापन के माध्यम से बताया गया है कि मध्यप्रदेश को बालात्कार जैसे जघन्य अपराधों में देश में दूसरे नम्बर पर लाने में शराब भी महत्वपूर्ण कारण है। इस्लाम धर्म में भी शराब हराम है तो सिर्फ हिन्दुओं को बर्बाद करने के लिए सरकार यह व्यापार क्यों कर रही है। जब लाडली बहना योजना में सरकार के पास सालाना बांटने के लिए 18 हजार करोड़ की राशि उपलब्ध है तो सिर्फ 13 हजार 590 करोड़ सालाना कमाने के लिए सरकार शराब का व्यापार क्यों कर रही है। साल 2023 में 77 हजार 406 सड़क हादसे हुए जबकि 2024 की पहली छः माही में (जनवरी से जून तक) 88 हजार 255 हादसे हुए, सका मुख्य कारण भी शराब है। शराब का व्यापार कोई ओर नहीं सरकार स्वयं ही करती है। घरेलू हिंसा एवं सार्वजनिक हिंसा का कारण भी शराब है। एक तरफ सरकार शराब का व्यापार करती है, दूसरी तरफ करोड़ों की राशि खर्च कर नशा मुक्ति अभियान का ढोंग करती है। गांव-गांव गली-गली शराब बिक रही है।

आबकारी विभाग को चलाने में सरकार करोड़ो रूपये खर्च करती है। शराब से दुर्घटनाओं अपराधों एवं विवादों के अलावा कुछ भी हासिल नहीं हो रहा ऐसे में संपूर्ण मध्य प्रदेश में पूर्ण शराब बंदी आवश्यक है जिसके लिए संगठन के द्वारा सांकेतिक रूप से आंदोलन की शुरुआत इस ज्ञापन के माध्यम से कर दी गई है। ज्ञापन के दौरान संगठन के युवा जिला अध्यक्ष श्यामजी सिंह लोधी, जनपद सदस्य दयाशंकर लोधी, कुआंताल परिक्षेत्र अध्यक्ष विवेक सिंह लोधी, जयपाल सिंह लोधी, अवधेश लोधी, रोहित लोधी, देवराज सिंह लोधी, लोकेंद्र सिंह एवं सोनेलाल प्रजापति सहित काफी संख्या में संगठन के पदाधिकारी एवं गणमान्य नागरिक शामिल रहे।

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