प्रदेश

प्रशासन ने करीब २५०  एकड जमीन से अवैध  कब्जा  हटाया

मयंक शर्मा

खंडवा ९ जुलाई ;अभी तक; नवाड  कर  जंगल में पेड़ काटकर  वन भूमि पर अतिक्रूमण कर उगाई गयी करीब २५०  एकड जमीन से अवैध  कब्जा  हटाया भूमि को भू माफिया से मुक्त करा ली गयी हे।

खंडवा डीएफओ राकेश कुमार डामोर पे बताया कि जिले के गुड़ी वन परिक्षेत्र के नाहरमाल में वन विभाग ने सोयाबीन और मक्का की बोई गई फसल को जेसीबी से उखाड फेंका है। इस दौरान बड़ी संख्‍या में पुलिस और प्रशासनिक अमला सााथ था।

राजस्व पुलिस तथा वन विभाग द्वारा सोमवार को बड़े स्तर पर यह कार्रवाई की गई।  सोमवार को पहले चरण में करीब दो सौ से अधिक एकड़ वनभूमि को नवाड़ से मुक्त करवाया गया। हीरापुर -नाहरमाल, कुमठा के जंगल में अवैध रूप से वन भूमि पर लगी फसलों पर जेसीबी हटाया गया।

जंगल में अतिक्रमण से परेशान ग्रामीणों ने भी वन विभाग की कार्रवाई में सहयोग किया। यहां कार्रवाई शाम पांच बजे तक चली। इस दौरान सैकड़ों एकड़ भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करवाया गया। अब जेसीबी मशीनों से खंतियां और गड्ढे खोदे जा रहे है, जिससे फिर यहां फसल की बुआई नहीं कर सकें।

उन्होने बताया कि पिछल चार-पांच साल में पड़ोसी जिलों से आकर वनमाफियों द्वारा बड़े पैमाने पर जंगल काट कर नवाड तैयार की है। गुडी रेंज मे सबसे ज्यादा अतिक्रमण नाहरमाल में ही है। यहां दो साल पहले चार हजार हैक्टेयर के जंगल को खेत बना दिया गया। माफिया ने इस साल सोयाबीन और मक्का की फसल लगाई है, जिसे अब विभाग ने नेस्तानाबूद कर दिया है।माफिया से सख्ती से निपटने के लिए बड़ी संख्या में फोर्स मौके पहुंचने से कही पर टकराव की स्थिति नहीं बनी। शुरूआत में कुछ महिलाओं ने विरोध की कोशिश की, लेकिन उनके मंसूबे पूरे नहीं हो सकें। एसडीएम खंडवा बजरंग बहादुर सिंह, फारेस्ट एसडीओ संदीप वास्कले, तहसीलदार महेश सोलंकी कार्रवाई के दौरान मौके पर मौजूद रहे।

पिछले सप्ताह नाहरमल के सरपंच सहित ग्रामीणों ने भोपाल पहुंचकर मुख्यमंत्री व उप मुख्यमंत्री से जंगल बचाने की गुहार लगाई थी। इसके चलते जिले में अधिकारियों ने बारिश के बाबजूद कार्रवाई को प्रभावी तरीके से अंजाम दिया गया। ये करीब  पांच साल से वन क्षेत्र के  जंगल बचाने के लिए गुहार लगा रहे हैं।

डीएॅॅफओं ने कहा कि  वन माफिया और संरक्षकों की नकेल कसने के लिए एनएसए और जिला बदर जैसी कार्रवाई की जा रही है। इससे अतिक्रमणारियों के हौसले पस्त हो रहे हैं, वहीं जंगल में नया अतिक्रमण करने की हिम्मत नहीं दिखा पा रहे हैं।यह कार्रवाई सतत जारी रहेगी। ताजे मामले में कार्रवाई के दौरान मौके पर कोई नहीं मिला। अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया जाएगा।

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