प्रदेश
अजनाल नदी उफनने से मवेशी बहे, मकान ढहे और फसल डूबी
मयंक शर्मा
खंडवा १९ जुलाई ;अभी तक; बीती मंगलवार रात में जिले की ं अजनाल नदी उफनने से अजनाल के किनारे के आवलियां, गुर्जरखेड़ी, रिछफल, नवलगांव, कालियाखेड़ी में कई मवेशी बह गए हैं और खेतों में लगा कपास डूब गया है। इन गांवों में कई मकान भी ढह गए हैं। एक ही दिन में पुनासा में 38 मिमी, हरसूद में 8 मिमी बारिश हो चुकी है।
पुनासा में पूरी रात तेज बारिश हुई जिससे अजनाल में बाढ़ आ गई।राजस्व विभाग,पुलिस और होमगार्ड का अमला मौके पर पहुंचा है और राहत व बचाव कार्य चल रहे हैं। पुनासा एसडीएम चंदरसिंह सोलंकी ने बताया कि पुलिस के साथ ही प्रशासनिक अमला गांवों का दौरा कर हालात का जायजा ले रहा है।
पुनासा में पूरी रात तेज बारिश हुई जिससे अजनाल में बाढ़ आ गई।राजस्व विभाग,पुलिस और होमगार्ड का अमला मौके पर पहुंचा है और राहत व बचाव कार्य चल रहे हैं। पुनासा एसडीएम चंदरसिंह सोलंकी ने बताया कि पुलिस के साथ ही प्रशासनिक अमला गांवों का दौरा कर हालात का जायजा ले रहा है।
अजनाल नदी में बाढ़ से धर्मनगरी महेश्वर के लिए आवागमन बंद हो गया है। अजनाल के बाढ़ के पानी में सनावद-महेश्वर को जोड़ने वाली रोड भी डूब गई है। इससे महेश्वर के लिए आना जाना बंद हो गया है।
मंगलवार रात में तेज बारिश हुई, जो देर रात रुक-रुक तक होती रही। करीब आधे घंटे में 19 मिमी बारिश हुई। इससे सड़कों से पानी बह निकला। शहर में कई स्थानों पर जलभराव हुआ। अस्पताल परिसर में मुख्य गेट पर पानी जमा होने से लोगों को समस्या का सामना करना पड़ा। रात करीब 11.45 बजे रामेश्वर क्षेत्र के चंपा नगर में एक पेड़ जमीन से उखड़ कर मकान की दीवार पर गिर गया। क्षेत्रवासी गौतम योगी ने बताया बिजली फाल्ट होने से क्षेत्र की बिजली बंद हो गई। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले 10 दिन तक जिले में मध्यम से हल्की बारिश के आसार है।
जिले में अब तक 201.0 मिमी बारिश हो चुकी है। पिछले साल इस समय तक 526.8 मिमी बारिश हुई थी। इस मान से पिछले साल से 325.8 मिमी बारिश कम हुई है। खंडवा जिले में मानसूनी तंत्र के लगातार बदलने के कारण भारी और लगातार बारिश होने की संभावना अभी नहीं है। जिले में 27 जुलाई तक कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार है।
मौसम प्रेक्षण सौरव गुप्ता ने बताया कि ै। कम दबाव का क्षेत्र और हवा की गति बादलों को आगे बढ़ा रही है। इसी कारण बारिश में भिन्नता देखने को मिल रही है।
उधर
बरगी बांध के पांच गेट खोले जाने के पूर्व नर्मदा क्षेत्र में अलर्ट किया गया है। बरगी बांध के जल स्तर को नियंत्रित करने हेतु बांध के इक्कीस में से पांच गेटों खेुलने के संकेत के साथ अलर्ट जारी किया गया है। निचले क्षेत्र के रहवासियों से नर्मदा तट से सुरक्षित दूरी बनाये रखने का आग्रह किया है।मौसम विज्ञान केंद्र के डॉ. सौरव गुप्ता ने कहा कि जिले में फिलहाल सामान्य से कम बरसात है। खंड वर्षा के कारण किसी दिन कहीं पानी गिरा और कहीं नही बरसा।औसत से कम वर्षा हुई है। मानसून में विलंब से बोवनी का काम पिछड़ रहा है।
उधर नकली बीज की बिक्री पर अंकुश नहीं लगाने के कारण किसान परेशान हे।नतीजा यह रहा कि सामान्य बारिश होने के बाद भी 10फीसदी किसानों को डबल बोवनी करना पड़ी। यानी ये किसान सोयाबीन की फसल बो चुके थे। लेकिन बीजों का अंकुरण ही नहीं हो पाया। ऐसे में किसानों को दोबारा से खेत जोतकर बोवनी करना पड़ी।
जिले में अब तक 201.0 मिमी बारिश हो चुकी है। पिछले साल इस समय तक 526.8 मिमी बारिश हुई थी। इस मान से पिछले साल से 325.8 मिमी बारिश कम हुई है। खंडवा जिले में मानसूनी तंत्र के लगातार बदलने के कारण भारी और लगातार बारिश होने की संभावना अभी नहीं है। जिले में 27 जुलाई तक कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार है।
मौसम प्रेक्षण सौरव गुप्ता ने बताया कि ै। कम दबाव का क्षेत्र और हवा की गति बादलों को आगे बढ़ा रही है। इसी कारण बारिश में भिन्नता देखने को मिल रही है।
उधर
बरगी बांध के पांच गेट खोले जाने के पूर्व नर्मदा क्षेत्र में अलर्ट किया गया है। बरगी बांध के जल स्तर को नियंत्रित करने हेतु बांध के इक्कीस में से पांच गेटों खेुलने के संकेत के साथ अलर्ट जारी किया गया है। निचले क्षेत्र के रहवासियों से नर्मदा तट से सुरक्षित दूरी बनाये रखने का आग्रह किया है।मौसम विज्ञान केंद्र के डॉ. सौरव गुप्ता ने कहा कि जिले में फिलहाल सामान्य से कम बरसात है। खंड वर्षा के कारण किसी दिन कहीं पानी गिरा और कहीं नही बरसा।औसत से कम वर्षा हुई है। मानसून में विलंब से बोवनी का काम पिछड़ रहा है।
उधर नकली बीज की बिक्री पर अंकुश नहीं लगाने के कारण किसान परेशान हे।नतीजा यह रहा कि सामान्य बारिश होने के बाद भी 10फीसदी किसानों को डबल बोवनी करना पड़ी। यानी ये किसान सोयाबीन की फसल बो चुके थे। लेकिन बीजों का अंकुरण ही नहीं हो पाया। ऐसे में किसानों को दोबारा से खेत जोतकर बोवनी करना पड़ी।
खंडवा जिले में पिछले वर्ष की तुलना में दस साल अब तक 12 इंच कम वर्षा ं हुई है। । जिले की औसत वर्षा 808 मिमी.है।