भारत-रूस के बीच दरार न डालें, ये कोशिशें बेकार:पुतिन की पश्चिम को चेतावनी; कहा- भारत आजाद देश, अपने हितों के लिए काम कर रहा

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने पश्चिमी देशों को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा- पश्चिमी देश भारत और रूस के बीच दरार डालने की कोशिश न करें। ऐसा करना पॉइंटलेस है, क्योंकि भारत एक आजाद देश है और अपने नागरिकों के हितों के लिए काम करता है।

ब्लैक सी के पास स्थित सोची शहर में एक संबोधन के दौरान पुतिन ने कहा- पश्चिमी देश हर उस देश के लिए एक दुश्मन पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं जो उनके एकाधिकार से सहमत नहीं है, लेकिन भारत सरकार अपने देश के हित में स्वतंत्र रूप से काम कर रही है।

रूसी राष्ट्रपति पुतिन का ये बयान ऐसे समय आया है जब रूस से कम दाम में तेल खरीदे जाने पर भारतीय ऑयल कंपनियों की निंदा हो रही है। दरअसल, रूस-यूक्रेन जंग शुरू होने के बाद से पश्चिमी देशों और यूरोपियन यूनियन ने रूस से तेल खरीदना बंद कर दिया था।
मोदी की लीडरशिप में आगे बढ़ रहा भारत
पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा- भारत मोदी की लीडरशिप में तेजी से आगे बढ़ रहा है। भारत की आबादी 150 करोड़ है। यहां इकोनॉमिक ग्रोथ 7 प्रतिशत है। देश काफी ताकतवर हो रहा है। भारतीय लोग भी दुनिया के हर कोने में बेहतरीन काम कर रहे हैं।

उन्होंने कहा- PM मोदी बहुत ही बुद्धिमान व्यक्ति हैं। हमारे उनसे बहुत अच्छे राजनीतिक रिश्ते हैं। फाइनेंशियल सिक्योरिटी पर एक ओलंपियाड को संबोधित करते हुए पुतिन ने उम्मीद जताई है कि रूस और भारत फाइनेंशियल सिक्योरिटी और साइबर क्राइम के क्षेत्र में साथ मिलकर काम करेंगे। भारत और रूस सदियों से दोस्त और साझेदार रहे हैं। दोनों देशों ने जो एजेंडा सेट किया है, हम उसे जरूरी हासिल करेंगे।

पुतिन ने 4 अक्टूबर को फाइनेंशियल सिक्योरिटी पर एक ओलंपियाड को संबोधित किया था।
पुतिन ने 4 अक्टूबर को फाइनेंशियल सिक्योरिटी पर एक ओलंपियाड को संबोधित किया था।
पुतिन ने कहा था- मोदी मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने के लिए अच्छा काम कर रहे
ये पहला मौका नहीं है जब पुतिन ने भारत या PM मोदी की तारीफ की है। इससे पहले पिछले महीने भी उन्होंने कहा था कि PM मोदी मेक इन इंडिया प्रोग्राम को बढ़ावा देने के लिए अच्छा काम कर रहे हैं।

व्लादिवोस्तोक में 8वें ईस्टर्न इकॉनोमिक फोरम (EEF) में मीडिया के सवालों के जवाब देते हुए रूसी राष्ट्रपति ने कहा था- पहले हमारे पास अपने देश में बनी कारें नहीं थीं, लेकिन अब हैं। यह सच है कि वे ऑडी और मर्सिडीज की तुलना में कम अच्छी दिखती हैं, लेकिन ये कोई समस्या नहीं है। हमें रूस में बनी गाड़ियां इस्तेमाल करनी चाहिए।

हमें अपने सहयोगी देश भारत को फॉलो करना चाहिए। वे देश में ही गाड़ियां बना रहे हैं और उनका इस्तेमाल कर रहे हैं। हमें यह तय करना चाहिए कि किस वर्ग के अधिकारी कौन सी कारें चला सकते हैं, इससे वे घरेलू कारों का इस्तेमाल करेंगे। इससे पहले जून में पुतिन ने कहा था- भारत एक ऐसा देश है, जो कंपनियों को अपने देश में आकर काम करने के लिए बढ़ावा दे रहा है।