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वॉट्सऐप और फेसबुक पर पोस्ट के बाद आदिवासी युवक ने फांसी लगाकर खुददकुशी की

मयंक शर्मा

खंडवा १६ अप्रैल ;अभी तक; खंडवा के एक आदिवासी युवक ने फांसी लगाकर खुददकुशी कर ली हे। खुदकुशी से पहले युवक ने वॉट्सऐप और फेसबुक पर पोस्ट की। इस पोस्ट में मौत का कसूरवार डायल 100 पुलिस के एक जवान को बताया है। साथ ही इच्छा जताई कि उसकी प्रॉपर्टी बहनों को दे दी जाए। बहनों से आग्रह किया कि वे उसकी दोनों बेटियों का ख्याल रखें। यह कहकर अंत में लिखा- आई हेट एमपी सरकार।

मामला थाना नर्मदानगर क्षेत्र के गांव मुंडई (मोहना) का है।  मृतक बबलू भास्करे किसान है, उसे शराब के नशे की लत लग चुकी थी। इसी कारण पत्नी ज्योतिबाई से मनमुटाव चल रहा था। कुछ महीने से पत्नी ज्योतिबाई अपने साथ दोनों बेटियों को लेकर मायके में रह रही थी। मायका धनगांव थाना क्षेत्र के गांव काकरिया का है, चार साल पहले बबलू की शादी हुई थी। दो बेटियां है, एक की उम्र 3 साल तो दूसरी डेढ़ साल की है।

बबलू भास्करे की सोशल मीडिया प्रोफाइल देखें तो वह सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय था। बताते है कि, वह होनहार लड़का था लेकिन पारिवारिक कलह के चलते उसे नशे ने जकड़ लिया। बबलू ने खुद के सुसाइड की जानकारी जैसे ही फेसबुक पर पोस्ट की। आदिवासी संगठन से जुड़े नेताओं ने वह पोस्ट शेयर कर बबलू को इंसा नर्मदानगर थाना प्रभारी जगदीश सिंधिया का कहना है कि, शुक्रवार शाम 7 बजकर 6 मिनट पर डायल 100 को एक पाइंट मिला था। सूचनाकर्ता बबलू भास्करे ने सूचना दी कि, वह सुसाइड कर रहा है। डायल 100 मौके पर गई तो बबलू शराब के नशें में हंगामा कर रहा था। वह पुलिस से कहने लगा कि, ससुराल चलकर मेरी पत्नी और बच्चे लाकर दे दो। पुलिस ने अन्य थाना क्षेत्र होने से मना कर दिया। फिर बबलू ने शिकायत की धमकी दी तो जवान ने कहा कि, तुम थाने चलकर रिपोर्ट करा दो। वह कपड़े पहनकर आया तो गाड़ी में बैठ गया। लेकिन परिवार के लोग आए और जवान से कहा कि, बबलू नशे में है। उसकी बात पर गौर मत कीजिए। डायल 100 लौटकर आ गई,।फ दिलानें की मांग की। कांग्रेस व जयस नेताओं ने भी बबलू की मौत पर दुख जताया है।

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