महावीर अग्रवाल
मंदसौर, मल्हारगढ़ ३१ मई ;अभी तक ; देवी अहिल्याबाई होलकर मालवा के होलकर राज्य की महारानी थी,जिन्होंने 1767 से 1795 तक शासन किया वह एक कुशल प्रशासक,धर्म प्रेमी ओर समाज सुधारक थी,जो अपने परोपकार न्याय और साहस के लिए जानी जाती थी।उक्त बात कांग्रेसनेता परशुराम सिसोदिया ने शनिवार को ब्लॉक कांग्रेस कमेटी मल्हारगढ़ द्वारा देवी अहिल्याबाई की जयंती पर कही उन्हों ने कहा कि अहिल्याबाई का जन्म 31 मई 1725 को महाराष्ट्र के चौड़ी गांव में हुवा था,उन्होंने अपने पति खांडेराव होलकर ओर ससुर मल्हार राव होलकर की मृत्यु के बाद मालवा राज्य की जिम्मेदारी संभाली ओर अपने राज्य में शांति,समृद्धि और न्याय स्थापित किया।
मल्हारगढ़ ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शर्मा ने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई शिवभक्त थी उन्होंने अपने राज्य में कई धर्मार्थ कार्य किए जैसे कि मंदिरों का निर्माण ओर पुननिर्माण करवाया जैसे की सोमनाथ मंदिर,काशी विश्वनाथ मंदिर,ओर गया का विष्णुपद मंदिर धर्मशालाओ का निर्माण करवाया जिससे यात्रियों को सुविधा हुई,अन्नसत्र का संचालन,ओर गंगा घाटों का निर्माण उन्होंने अपने राज्य को बाहरी आक्रमणों से बचाने के लिए भी युद्व में सेना का नेतृत्व किया।
कांग्रेस नेता विजेश मालेचा ने कहा कि अहिल्याबाई पूर्व से ही राजकाज देख रही थी मगर उनके विरोधी अब उनके विरुद्ध षडयंत्र करने लगे थे उनका तर्क था कि एक स्त्री को राजगद्दी पर बैठने का अधिकार नही है।लोकमाता अहिल्याबाई का कहना था कि में एक सुबेदार की बहू तथा सुबेदार की माँ हु इसलिए मुझे राजकाज करने का नैसर्गिक अधिकार है।
प्रतिमा पर किया माल्यार्पण
सर्वप्रथम कांग्रेसजनों ने देवराचोक स्थित लोकमाता अहिल्याबाई की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया।
इस मौके पर जिला कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष लियाक़त मेव,महामन्त्री ईशरत शेख,सचिव नागेश्वर चौहान, हाजी मजीद खान पठान,किशोर टेलर कनघट्टी,पार्षद दिलीप तिवारी,नगर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष गोपाल भारती,मंडलम अध्यक्ष किशोर उणियारा,फारुख पठान, कांग्रेसनेता पप्पू भेरू गुर्जर,अनिल मुलासिया,युवक कांग्रेस नेता अंकित कांसल,विनोद तंवर,अनवर मेव मंसूरी,गोपाल सोनावत,याकूब भाई,महेश सोनावत,दिनेश गुप्ता काचरिया,पंकज बोराना,पवन पाटीदार बालागुडा आदि मौजूद थे।