महावीर अग्रवाल
मन्दसौर १४ अप्रैल ;अभी तक ; श्री णमोकार महामंत्र साधना केन्द्र बही पार्श्वनाथ चौपाटी पर कल 16 अप्रैल से प्रारंभ हो रहे पांच दिवसीय श्री नंदीश्वर द्वीप जिनबिंब पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव, गजरथ एवं विश्वशांति महायज्ञ में सानिध्य प्रदान करने 14 अप्रैल को वात्सल्य वारिधि पूज्य आचार्य श्री वर्धमान सागरजी महाराज का अपने संघस्थ 32 मुनि व आर्यिकाओं के साथ बही पार्श्वनाथ में मंगल प्रवेश हुआ।
आचार्य श्री के प्रवेश मार्ग में स्थान-स्थान पर रंगोलियां बनाई गई, श्रावकों ने क्षेत्र के द्वार पर चरण प्रक्षालन, पूजन व आरती करके आचार्य संघ की अगवानी की। पश्चात शांतिधारा व आचार्यश्री के प्रक्चन हुए।
पंचकल्याणक महोत्सव में 16 अप्रैल को प्रातः 6 बजे से जाप्य, अभिषेक शांतिधारा, ध्वजारोहण, पाण्डाल उद्घाटन, पूजन, याग मण्डल विधान व मंगल प्रवचन होंगे। दोपहर 2 बजे से सीमंतनी क्रिया, 24 तीर्थंकर की 24 माता की गोद भराई व प्रवचन तथा शाम 7 बजे से महाआरती, सौधर्म इन्द्र दरबार, आसन कंपायमान, नगरी रचना, रत्नवृष्टि, अष्टकुमारी देवियों द्वारा माता की सेवा, छप्पन कुमारियों द्वारा माता को भेंट, सोलह स्वप्न दर्शन, महाराजा नाभिराय का दरबार, स्वप्नों का फलादेश आदि कार्यक्रम होंगे।
पंचकल्याणक महोत्सव की मीडिया प्रभारी डॉ. चंदा भरत कोठारी ने बताया आज 15 अप्रैल को प्रातः 7 बजे तार बंगला मंदिर मंदसौर से घटयात्रा व शोभायात्रा तार बंगला मंदिर मंदसौर से प्रारंभ होकर मुख्य मार्गाे का भ्रमण कर वाहनों से बही पार्श्वनाथ पहुंचेगी जहां प्रतिष्ठाचार्य बाल ब्रह्मचारी श्री संजय भैया मुरैना के निर्देशन में तथा बाल ब्रह्मचारिणी रीता दीदी, अर्पणा दीदी, बसंती दीदी, कल्पना दीदी, राजुल दीदी की उपस्थिति में स्थल शुद्धि, पात्र शुद्धि, सकलीकरण, जाप्यानुष्ठान व प्रवचन होंगे।
आज 15 अप्रैल को दोपहर 2 बजे से पात्रों की हल्दी व मेहंदी, पात्रों का गठबंधन एवं सांयकाल आरती एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
महोत्सव समिति अध्यक्ष श्री शांतिलाल बडजात्या एवं कोषाध्यक्ष सनत कुमार सेठी, हँसमुख जैन रंगीला, प्रदीप विनायका, महावीर कोटडिया आदि ने समस्त समाजजनों से सपरिवार महोत्सव में सम्मिलित होने का अनुरोध किया है।