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    आदिवासी नाबालिग बालिकाओं के साथ दुराचार की घटना शर्मनाक और समाज के लिये कलंक ; उमंग सिंघार

    आनंद ताम्रकार

    बालाघाट ३० अप्रैल ;अभी तक ;  नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने आज अपने बालाघाट जिले के प्रवास के दौरान दुगलई गांव पहुंचे जहां विगत 23 अप्रैल को आदिवासी नाबालिग बालिकाओं के साथ दुराचार किये जाने की घटना घटित हुई थी।
    इस घटना पर उन्होंने कहा की यह दरिन्द्री की शर्मनाक घटना है और समाज के लिये कलंक है।

                              मासूम और स्कूल पढने वाली बच्चियों के साथ हुए दुराचार की घटना प्रदेश की भाजपा सरकार के लिए शर्मनाक घटना क्रम है। इस घटनाक्रम के संबंध में आज तक मुख्यमंत्री मौन है उनकी ओर से कोई बयान नहीं आया है ना ही आज तक मुख्यमंत्री सहायता कोष से पीड़ित परिवार को कोई सहायता राशि प्रदान की गई। जबकि भाजपा सरकार बेटी बचाओ अभियान का ढिंढोरा पीट रही है। उन्होंने दुगलई ग्राम में पीडिताओं और उनके परिजनों से मुलाकात की और उन्हें विश्वास दिलाया की कांग्रेस पार्टी उनके साथ खडी है।

    श्री उमंग सिंघार ने दुगलई गांव में निवासरत 32 परिवारों को 10-10 हजार रुपये प्रति परिवार तथा पीड़ितों के परिवार को 1-1 लाख रुपये देने की घोषणा की। उन्होने कहा की दुगलई गांव में बुनियादी सुविधाओं का पुर्णातः अभाव है 10 वर्ष बीत गए लेकिन आज तक बिजली नहीं पहुंच पाई केवल बिजली के खंभे गड़े है। अंधेरे में आदिवासी अपना जीवन यापन कर रहे है।
    आदिवासी परिवारों ने चर्चा के दौरान उन्हें बताया की 5वी कक्षा की पढाई के बाद बच्चों के अगली परीक्षा के लिये स्कूल नही है।
    नेता प्रतिपक्ष ने पत्रकार वार्ता में कहा की प्रदेश में बलात्कार की 20 घटनाएं प्रतिदिन हो रही है महिलाओं और बच्चियों पर दुष्कर्म की घटनाओं के मामले में मध्यप्रदेश सबसे आगे है।
    उन्होंने कहा की गृह विभाग मुख्यमंत्री के पास है इसके बावजूद घटनाओं में निरंतर बढ़ोतरी होना दुर्भाग्यपूर्ण है, उन्हें गृह विभाग किसी अन्य को सौंप देना चाहिए ताकि प्रदेश में कानून व्यवस्था और शांति बनी रहे।
    प्रदेश में असमानता का माहौल बना हुआ है दलित और आदिवासियों पर अत्याचार हो रहा है उन्हें शादी के दौरान घोड़े पर बैठने से रोका जा रहा है हैंडपंप से पानी भरने नहीं दिया जा रहा है यह दुर्भाग्य है।
    उन्होने इस घटनाक्रम के संबंध में कहा की इस संवेदनशील शर्मनाक घटना पर राजनीति नही होना चाहिये तथा निष्पक्ष जांच कर दोषियों को कड़ी सजा दिलाये जाने के प्रयास किये जाने चाहिए तथा इस मामले पर समझौता करने के दबाव बनाने वालों के खिलाफ प्रशासन सख्त कार्यवाही करें।
    श्री सिंघार ने कहा की उन्हें बताया गया है की जिले में स्कूलों की स्थिति बदतर बनी हुई है मरम्मत का पैसा भ्रष्टाचार की भेट चड रहा है कोई बड़ी दुर्घटना घटित होने के पहले स्कूलों की मरम्मत की जाए और बारिश के पूर्व उसका निर्माण सही ढंग से हो।
    उन्होंने इस बात पर रोष जाहिर करते हुये कहा की अपराधियों की घटना के बाद आज तक शिनाख्त नहीं हुई। जो दुर्भाग्यजनक है अपराधियों की शिनाख्त करवाकर उनका चालान प्रस्तुत किया जाये और फास्ट ट्रेक के माध्यम से प्रकरण की सुनवाई की जाये।
    उन्होंने कटंगी तहसील के बावनथडी नदी के सुख  जाने और जल स्रोतों में पानी की कमी होने से सूखे की स्थिति बन जाने की चर्चा करते हुये कहा की 25 गांव की फसल सूख चुकी है।
    उन्होंने गत दिनों नक्सली मुठभेड़ में मारे गये बैगा आदिवासी की मृत्यु पर 1 करोड रुपये की राशि दिये जाने की मांग सदन में की थी लेकिन 10 लाख रुपये दिये गये इस तरह सरकार हर घटना की लीपापोती करने में लगी है और अपनी कमजोरी छुपा रही है।
    प्रदेश में दलित आदिवासियों पर किये जा रहे अत्याचार और मासूम बेटियों पर दुष्कर्म की घटनाओं का बढ़ता क्रम बालाघाट की घटना इस का ज्वलंत प्रमाण है। ऐसे मामलों में सबको विश्वास में रखकर अपराधियों के विरूद्ध कार्यवाही किया जाना चाहिये।
    उन्होंने हालही में जारी की गई तबादला नीति के संबंध में कहा की भाजपा सरकार इस माध्यम से अपने लोगों को उपकृत करने का प्रयास है। उन्होने कहा की तबादले के माध्यम से नीचे से ऊपर तक पैसे का खेल खेला जायेगा।

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