महावीर अग्रवाल
मंदसौर १ फरवरी ;अभी तक ; जिला कांग्रेस के उपाध्यक्ष सुरेन्द्र कुमावत ने कहा कि केन्द्रीय बजट में आयकर की सीमा को बढ़ाकर 12 लाख करने की बात कही जा रही है लेकिन इसमें भ्रम की स्थिति है बजट में वित्त मंत्री ने कहा कि 12 लाख रुपये पर कोई टैक्स नहीं है। फिर वह कहती हैं कि 8-12 लाख रुपये के लिए 10% का स्लैब है। इसलिए यह बहुत भ्रामक है। बजट में बिहार के लिए काफी कुछ है क्योंकि इस साल बिहार में चुनाव हैं। मध्यप्रदेश का मोदी सरकार के बजट में नाम तक नहीं लिया गया है जबकि यहां से लोकसभा चुनावों में भाजपा ने सभी सीटें जीती थी इसी का ईनाम मोदी सरकार ने दिया है मध्यप्रदेश को विशेष कुछ नहीं देकर।
आपने कहा कि केन्द्रीय बजट में श्रमिकों के उत्थान को लेकर भी कुछ नहीं कहा गया है ना ही श्रमिक हितों के लिए कोई विशेष बजट की घोषणा की गई है। श्री कुमावत ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र को गति देने के लिए इंजिनियरिंंग और मेडीकल की सीटें बढाई गई है लेकिन जो पूर्व में है यहां की स्थिति भी सुधर नहीं पाई है। कॉलेजों में पढ़ाने वाले शिक्षकों की कमी है इनकी पूर्ति पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। केसीसी की सीमा बढाई गई है लेकिन यह सिर्फ ऊंट के मुंह में जीरे के समान है क्योंकि जिस तेजी से महंगाई बढ रही है उस तेजी से किसानों की आय नहीं बढ रही है। ऐसे में कुल मिलाकर हमेशा की तरह इस बार भी मोदी सरकार का बजट बेहर निराशजनक और सिर्फ आंकड़ो का मायाजाल है।