महावीर अग्रवाल
मन्दसौर १० जून ;अभी तक ; दो दिवसीय नेशनल टैक्स कांफ्रेंस ‘‘कर-चिंतन 2025’’ का इंदौर नगर में आयोजन हुआ। विशिष्ट अतिथि म.प्र. राज्य कर आयुक्त श्री एस. धनराजू, आईटीएटी इंदौर ब्रांच श्री बी.एम.बियानी रहे। इस अवसर पर सेमिनार में मंदसौर के 11 सदस्यीय डेलिगेशन ने भाग लिया। सेमिनार में कर सलाहकार संघ मन्दसौर को भी सम्मानित किया।
सेमिनार के आयोजक एआईएफटीपी, एमपीटीएलबीए, सीटीपीए के सयुंक्त तत्वाधान में देश के विभिन्न राज्यों से आये 400 से अधिक सदस्यों ने सहभागिता की। मन्दसौर से कर सलाहकार संघ के अध्यक्ष मुकेश पारिख, सचिव सीए आयुष जैन, कोषाध्यक्ष सीए अर्पित नागदा, पूर्व अध्यक्ष एड. सोहन कोठारी, लोकेंद्र जैन, वीरेंद्र राणावत, सीए एस.एन. काला, यश पारिख, सीए मूंदड़ा ने भी इसमें सहभागिता की।
सेमिनार मे आये वक्ताओं ने भविष्य में आने वाली समस्याओं, चुनौतीयों के बारे मे सूक्ष्मता से अवगत कराया एवं उनके समाधान के लिये किस तरह से तैयारी करनी चाहिए उस पर विस्तृत चर्चा की एवं मार्ग दर्शन भी प्रदान किया।
धनराजू एस ने कहा कि जीएसटी में रिफॉर्म किसी के लिए फायदेमंद तो किसी के लिए ‘लूपहोल’ बन सकता है। रियायत का गलत इस्तेमाल करने से परेशानी हो सकती है। इस फर्क को समझना और देखना होगा कि कोई भी रिफॉर्म का गलत इस्तेमाल न हो। उन्होंने टैक्स भरने के प्रति जवाबदारी को लेकर कहा कि आपके द्वारा भरे और भरवाए गए टैक्स से गांव में एक बहुत बड़े वंचित वर्ग को बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा मिलती है। देश में सड़कें, ब्रिज और हाईवे बनते हैं। कार्यक्रम में पहले दिन 4 टेक्निकल सत्र हुए। प्रमुख सत्र दिल्ली से आए सीए बिमल जैन और अमृतसर से आई सीए आंचल कपूर का रहा। दिल्ली के सीए कपिल गोयल, अधिवक्ता वीपी गुप्ता और सीए प्रशांत जीएस ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर कॉन्फ्रेंस पर आधारित के पुस्तक ‘कर-चिंतन’ का भी विमोचन किया गया।
इस अवसर पर प्रमुख वक्ता के रूप में डॉ.सी.ए.एड. कपिल गोयल (नई दिल्ली), डॉ.सी ए ग्रीश आहूजा,(नई दिल्ली), सीएएड. सी.ए. बिमल जैन,(नई दिल्ली), सी.ए. आँचल कपूर (अमृतसर), सी.ए. उमंग तलाटी (मुंबई), यूथ मोटिवेशनल स्पीकर सी ए संजय धारीवाल (बेंगलुरु) उपस्थित थे। जिन्होंने ं जीएसटी एवं आयकर के प्रावधानों एवं उनके संशोधनों पर विस्तृत व्याख्यान दिए गए। इस सेमिनार के एएए तीन हीरो जिन्होंने सेमिनार को सफल करने मै महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जिसमें एडवोकेट अश्विनी लखोटिया, एडवोकेट ए.के.गौर, अमित दवे रहे। इन्हीं के साथ समस्त कार्यकारिणी, पदाधिकारी एवं युवा चार्टर्ड अकाउंटेंट, एडवोकेट, कर सलाहकार, ने भी कदम से कदम मिलाकर सेमिनार को सफल बनाने में भरपूर मेहनत की है। उक्त जानकारी पूर्व अध्यक्ष वीरेंद्र राणावत ने दी।
सेमिनार के आयोजक एआईएफटीपी, एमपीटीएलबीए, सीटीपीए के सयुंक्त तत्वाधान में देश के विभिन्न राज्यों से आये 400 से अधिक सदस्यों ने सहभागिता की। मन्दसौर से कर सलाहकार संघ के अध्यक्ष मुकेश पारिख, सचिव सीए आयुष जैन, कोषाध्यक्ष सीए अर्पित नागदा, पूर्व अध्यक्ष एड. सोहन कोठारी, लोकेंद्र जैन, वीरेंद्र राणावत, सीए एस.एन. काला, यश पारिख, सीए मूंदड़ा ने भी इसमें सहभागिता की।
सेमिनार मे आये वक्ताओं ने भविष्य में आने वाली समस्याओं, चुनौतीयों के बारे मे सूक्ष्मता से अवगत कराया एवं उनके समाधान के लिये किस तरह से तैयारी करनी चाहिए उस पर विस्तृत चर्चा की एवं मार्ग दर्शन भी प्रदान किया।
धनराजू एस ने कहा कि जीएसटी में रिफॉर्म किसी के लिए फायदेमंद तो किसी के लिए ‘लूपहोल’ बन सकता है। रियायत का गलत इस्तेमाल करने से परेशानी हो सकती है। इस फर्क को समझना और देखना होगा कि कोई भी रिफॉर्म का गलत इस्तेमाल न हो। उन्होंने टैक्स भरने के प्रति जवाबदारी को लेकर कहा कि आपके द्वारा भरे और भरवाए गए टैक्स से गांव में एक बहुत बड़े वंचित वर्ग को बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा मिलती है। देश में सड़कें, ब्रिज और हाईवे बनते हैं। कार्यक्रम में पहले दिन 4 टेक्निकल सत्र हुए। प्रमुख सत्र दिल्ली से आए सीए बिमल जैन और अमृतसर से आई सीए आंचल कपूर का रहा। दिल्ली के सीए कपिल गोयल, अधिवक्ता वीपी गुप्ता और सीए प्रशांत जीएस ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर कॉन्फ्रेंस पर आधारित के पुस्तक ‘कर-चिंतन’ का भी विमोचन किया गया।
इस अवसर पर प्रमुख वक्ता के रूप में डॉ.सी.ए.एड. कपिल गोयल (नई दिल्ली), डॉ.सी ए ग्रीश आहूजा,(नई दिल्ली), सीएएड. सी.ए. बिमल जैन,(नई दिल्ली), सी.ए. आँचल कपूर (अमृतसर), सी.ए. उमंग तलाटी (मुंबई), यूथ मोटिवेशनल स्पीकर सी ए संजय धारीवाल (बेंगलुरु) उपस्थित थे। जिन्होंने ं जीएसटी एवं आयकर के प्रावधानों एवं उनके संशोधनों पर विस्तृत व्याख्यान दिए गए। इस सेमिनार के एएए तीन हीरो जिन्होंने सेमिनार को सफल करने मै महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जिसमें एडवोकेट अश्विनी लखोटिया, एडवोकेट ए.के.गौर, अमित दवे रहे। इन्हीं के साथ समस्त कार्यकारिणी, पदाधिकारी एवं युवा चार्टर्ड अकाउंटेंट, एडवोकेट, कर सलाहकार, ने भी कदम से कदम मिलाकर सेमिनार को सफल बनाने में भरपूर मेहनत की है। उक्त जानकारी पूर्व अध्यक्ष वीरेंद्र राणावत ने दी।