महावीर अग्रवाल
मंदसौर १२ मई ;अभी तक ; अग्रवाल समाज नरसिंह मंदिर ट्रस्ट मंदसौर के तत्वाधान में भगवान श्री नरसिंह चतुर्दशी का पर्व उत्साह के साथ मनाया गया। नरसिंह चतुर्दशी पर्व पर नरसिंहपुरा स्थित श्री नरसिंह मंदिर परिसर के बाहर गोधूलि बेला में नृसिंह लीला मंचन का सजीव चित्रण प्रस्तुत किया गया।भक्त प्रहलाद की पुकार सुनकर भगवान नरसिंह खम्भ फाड़कर प्रकट हुए और आततायी हिरण्याकश्यप रूपी राक्षस का वध किया। वध करते ही भगवान नरसिंह द्वारा हिरण्याकश्यप का वध करते ही अग्रवाल समाजजन मातृ शक्ति पूरे उत्साह के साथ झूम उठे, भगवान नरसिंह के जय जयकार के नारे लगाए गए और भगवान नरसिंह की पूजा अर्चना एवं महा आरती की गई । इस शुभ प्रसंग पर नरसिंह मंदिर परिसर के नवनिर्माण की आधारशिला विद्वान आचार्य डॉ प्रभाकर शास्त्री मुंबई के सानिध्य में रखी गई । नरसिंह मंदिर परिसर में कुलदेवी माता लक्ष्मी जी और दादी रानी सती का भी भव्य मंदिर बनेगा और महाराजा अग्रसेन जी की प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी।
इस अवसर पर विद्वान आचार्य डॉ प्रभाकर शास्त्री मुंबई ने समाज जनों को आशीर्वचन देते हुए कहा कि भगवान नरसिंह की महिमा अपरंपार है। भगवान नरसिंह ने अपने भक्त को संकट में देखकर ओर उसकी पुकार सुनकर वह प्रकट हो गए और आततायी हिरण्यकश्यप का नरसंहार कर दिया। इसलिए सभी को भगवान की भक्ति मन लगाकर करना चाहिए । संकट के समय सच्चे मन से यदि भगवान को कोई पुकारता है तो भगवान साक्षात आकर उस संकट से उसको उभारते हैं। आपने कहा कि नरसिंहपुरा का नरसिंह मंदिर अति प्राचीन है इस मंदिर के नवनिर्माण की परिकल्पना समाज जनों ने जो की है वह एक श्रेष्ठ कार्य है और मंदिर का नवनिर्माण का कार्य भगवान की बगैर इच्छा के नहीं हो सकता है। भगवान नरसिंहजी की इच्छा थी इसलिए 400 से 500 वर्ष पुराना अति प्राचीन मंदिर अब नए स्वरूप में बनने जा रहा है जो मंदसौर शहर ही नहीं अपितु आसपास के धार्मिक क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि रहेगी । डॉ शास्त्री ने कहा कि व्यक्ति अच्छे कर्म करता है तभी मंदिर जैसे कार्य का नवनिर्माण हो पता है । आपने कहा कि नवीन मंदिर का निर्माण करने की बजाय पुराने मंदिरों का रखरखाव एवं जीर्णोद्धार का कार्य करना चाहिए ताकि वह प्राचीन धरोहर सुरक्षित रह सके। अग्रवाल समाज हर क्षेत्र में अग्रणी है और समाज के ऊपर कुलदेवी माता रानी लक्ष्मी जी की कृपा बनी हुई है इसलिए इस परिसर में भगवान नरसिंह के साथ-साथ कुलदेवी महालक्ष्मीजी एवं दादी रानी सती का मंदिर बनाए जाने का जो संकल्प अग्र बंधुओ ने लिया है वह संकल्प निश्चित रूप से भगवान नरसिंहजी पूरा करेंगे और और साथ ही महाराजा अग्रसेन जी की प्रतिमा भी विराजित होगी।
नरसिंह मंदिर ट्रस्ट के सह सचिव सुनील बंसल ने मंदिर के नवनिर्माण की भूमिका प्रस्तुत करते हुए कहा कि दिवंगत मंदसौर के पूर्व विधायक बाबू श्री शिवदर्शनलाल अग्रवाल, सेठ श्री लक्ष्मीनारायण गनेडीवाल, स्व. श्री कल्याणमल चोधरी , स्व.श्री विनोद गर्ग, ट्र्स्ट के वर्तमान उपाध्यक्ष श्री मुरलीधर ऐरन, पूर्व सचिव श्री राजमल गर्ग सहित सभी ट्रस्ट्रीयो ने खूब लंबी लड़ाई लड़कर इस जमीन को मुक्त कराया और अब ट्रस्ट के अध्यक्ष सेठ श्री प्रदीप गनेडीवाल ओर सभी ट्रस्ट्रीयो ओर समाजजन के तत्वावधान में मन्दिर का नव निर्माण होने जा रहा है।
समाजसेवी नरेंद्र अग्रवाल ने कहा कि अग्रवाल समाज के लिए अति गौरवशाली क्षण है कि 500 वर्ष पुराने मंदिर का सिर्फ नवनिर्माण नहीं हो रहा है बल्कि कुलदेवी महालक्ष्मी जी एवं दादी रानी सती का मंदिर भी बन रहा है और साथ-साथ महाराजा अग्रसेन जी की प्रतिमा भी विराजित की जाएगी । यह मंदिर भी भगवान पशुपतिनाथ मंदिर की तर्ज पर पूरे विश्व में अपनी ख्याति प्राप्त करेगा। क्योकि कुलदेवी महालक्ष्मी जी का मंदिर मंदसौर शहर में अन्य किसी स्थान पर नही है। और भगवान नरसिंह के साथ लक्ष्मी- नरसिंह शब्द जुड़ा हुआ है। सामाजिक कार्यकर्ता सनत कगला ने कहा कि अपने धन का सदुपयोग करने का एक सुनहरा अवसर समाजजनों को प्राप्त हुआ है आप सभी बढ़ चढ़कर भगवान नरसिंह के मंदिर निर्माण कार्य में सहयोग प्रदान करें। इस अवसर पर समाज के अनेक परिवारों द्वारा मंदिर निर्माण में अपनी ओर से समर्पण राशि दिए जाने की स्वीकृति दी गई । आरंभ में डॉ शास्त्री का स्वागत मंदिर ट्रस्ट के सह सचिव सुनील बंसल एवं ट्रस्टी आशीष गुप्ता ने किया। कार्यक्रम का संचालन हेमंत अग्रवाल ने किया तथा आभार आशीष गुप्ता ने माना।